Zomato के शेयर में निवेशक करने वाले निवेशकों को बीते दो दिन में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। Blinkit डील के बाद बीते दो कारोबारी दिन में कंपनी का शेयर 15% टूट गया है। इससे कंपनी के शेयर में निवेश करने वाले निवेशके के करीब 8000 करोड़ रुपये डूब गए हैं। एंट ग्रुप समर्थित खाद्य वितरण फर्म जोमैटो ने शुक्रवार को कहा था कि वह 4,447.48 रुपये में ब्लिंकिट का अधिग्रहण किया है। क्विक कॉमर्स बिजनेस को बढ़ाने के लिए जोमैटो ने यह कदम उठाया है। ब्लिंकिट को पहले ग्रोफर्स (Grofers) के नाम से जाना जाता और Blinkit में पहले से ही Zomato की 8-9% हिस्सेदारी थी।
दो दिन में 15 फीसदी टूटे कंपनी के शेयर
Blinkit की खरीदारी के बाद जोमैटो के शेयर बीते दो दिन में 15% टूट गए हैं, जिससे कंपनी के बाजार पूंजीकरण में लगभग 76.78 बिलियन रुपये की गिरावट आई है। मंगलवार को 3 बजे तक कंपनी का शेयर 8.43% गिरकर 60.30 रुपये पर कारोबार कर रहा है। जिस तरह से कंपनी के शेयरों की बिकवाली देखने को मिल रही, उसको देखे हुए यह विशेषज्ञ इसमें और बड़ी गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं।
रिकॉर्ड हाई से 68% लुढ़का शेयर
Zomato का शेयर अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 68 फीसदी लुढ़क चुका है। शेयर पिछले साल नवंबर में 169 रुपये के भाव पर पहुंचा था। अभी शेयर रिकॉर्ड हाई से करीब 68 फीसदी टूटकर 60.65 रुपये पर आ गया है।
क्या करें निवेशक
विशेषज्ञों का कहना है कि यह शेयर लंबी अवधि में निवेशकों को बेहतर रिटर्न दे सकता है। हालांकि, इसके लिए इंतजार करना होगा। अगर निवेशक दो या तीन साल का टारगेट लेकर चलेंगे तो यह शेयर घाटे की भरपाई कर सकता है। वहीं, शॉर्ट टर्म में कुछ भी कहना अभी मुश्किल है। गौरतलब है कि रिसर्च फर्म क्रेडिट सुईस ने जोमैटो शेयर को आउटपरफॉर्म रेटिंग बरकरार रखते हुए इसका टार्गेट प्राइस 90 रुपये कर दिया है। ब्रोकरेज फर्म BofA ने Zomato के शेयरों का टार्गेट प्राइस 82 रुपये कर दिया है। ब्रोकरेज हाउस CLSA का कहना है कि Zomato के लिए क्विक कॉमर्स कंपनी का अधिग्रहण से कंपनी का मार्केट शेयर बढ़ेगा। ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टैनले ने हालिया रिपोर्ट में Zomato के शेयर पर ओवरवेट रेटिंग देते हुए टारगेट प्राइस 135 रुपये का रखा है।