उत्तर प्रदेश में 7 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए सियासी पारा चढ़ने लगा है। यूपी के दिल में क्या है। क्या विपक्ष को इस बार मिलेगा मौका या फिर योगी फिर से कमल ही खेलेगा ऐसे कई सवाल है जिनके जवाब ढूढने के लिए Matrize News Communications ने सबसे बड़ा सर्वे किया है।
2022 में होने वाले चुनावों से पहले यूपी की जनता क्या चाहती है ? इस सवाल का जवाब जानने के लिए 75 जिलों में सर्वे किया गया। सर्वे से मिले आंकड़ों की माने तो यूपी को योगी पसंद है ये कहना गलत नहीं होगा। लोगों ने योगी को ही अपनी पहली पसंद बताया है। राज्य में लोगों के सबसे पसंदीदा उम्मीदवार ीके रूप में योगी को चुना गया है। प्रदेश में सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री उम्मीदवार में योगी आदित्यनाथ का नाम सबसे आगे आया है।
सर्वे में मिले आकड़ों के हिसाब से सबसे आगे योगी
सर्वे में योगी आदित्यनाथ को 43% वोट मिले हैं , बसपा सुप्रीमों मायावती को 21%, वहीँ अखिलेश यादव को 20% जबकि प्रियंका गांधी को 14% लोगों ने अपनी पसंद बनाया है।
Matrize News Communications के इस सर्वे से साफ है कि योगी आदित्यनाथ अपने विरोधियों से काफी आगे हैं। अब सवाल ये उठता है कि जिस योगी आदित्यनाथ को 2017 से पहले यूपी की राजनीति में सिर्फ गोरखपुर तक जाना जाता था इन 4 सालों में ऐसा क्या हुआ कि वो अब यूपी में बीजेपी का चेहरा है। 2017 के चुनाव में बीजेपी ने मोदी मैजिक के सहारे जीत हासिल की थी लेकिन 2022 में बीजेपी का चेहरा योगी है।
इस बार विधानसभा चुनावों में सीएम योगी को उतारने का फैसला करके बीजेपी ने अपना सबसे बड़ा दांव खेल दिया है। अब चर्चा ये है कि योगी गोरखपुर या फिर अयोध्या से चुनाव में उतर सकते हैं। अब हम आपको बताते हैं कि क्यों यूपी में योगी का नाम विपक्ष को परेशान कर रहा है।
उसकी वजह है कि योगी की साफ छवि, भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा एक्शन, यूपी माफियाओं की 1500 करोड़ की संपत्ति जब्त, महिला सुरक्षा के लिए मिशन शक्ति अभियान, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर कोरोना काल में सफल प्रबंधन। उनके इन्ही कामों की वजह से विपक्ष डरा हुआ है।
सीएम बनने के बाद योगी आदित्याथ ने जो चेतावनी माफियाओं को दी थी उसे सच करके दिखाया
उत्तर प्रदेश में अपाराधियों के बुलंद हौंसलो को योगी सरकार ने कुचलकर रख गया। प्रशासन के बुलडोजर शहर-शहर माफियाओं के ठिकानों को जमींदोज कर रहे थे और ये तस्वीर लोगों में योगी के भरोसे को और मजबूत कर रही थी। यही कारण है कि जब Matrize News Communications के सर्वे में पूछा गया कि यूपी में किस मुख्यमंत्री का कामकाज सबसे बेहतर रहा तो लोगों की जुबान पर सबसे पहला नाम योगी का ही था।
लोगों ने बताया किस मुख्यमंत्री का काम अब तक रहा बेहतर ?
आपको बता दें की मायावती के 2007-2012 तक के कार्यकाल को केवल 28% लोगों ने ही पसंद किया, वहीं अखिलेश यादव के 2012-2017 के काम को 22% लोगों ने सराहा जबकि योगी आदित्यनाथ के 2017-2021 तक के काम को 46% लोगों ने पसंद किया।
सर्वे की माने तो यूपी में योगी आदित्यनाथ के काम पर जनता ने मुहर लगा दी है लेकिन विपक्ष को अब भी अपनी जीत का भरोसा है। अब देखना ये दिलचस्प होगा कि 2022 में उत्तर प्रदेश में कमल खिलता है या फिर विपक्ष को सत्ता की चाबी ये तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन आज इस सर्वे की माने तो यूपी में योगी का जादू चल गया हैर छोड़ दिया गया है।