उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कहा कि अगर सपा, बसपा या कांग्रेस सत्ता में होतीं तो अयोध्या में राम मंदिर कभी न बनने देतीं। मुख्यमंत्री ने गोंडा जिले में 1132 करोड़ रुपये की 144 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ”अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का भव्य निर्माण शुरू हो चुका है। अगर सपा, बसपा या कांग्रेस सत्ता में होतीं तो मंदिर कभी बनने नहीं देतीं।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग पहले भगवान राम के अस्तित्व को नकारते थे, वे आज भगवान राम को अपना बता रहे हैं। योगी ने आतंकवाद को कांग्रेस की देन करार देते हुए कहा कि कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म करके सरकार ने अपने वादे पर अमल करके दिखाया है और सरकार सामूहिक प्रयास के साथ काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के शासनकाल में गरीबों को न आवास, न बिजली, न शौचालय और न ही रसोई गैस मिलती थी। उन्होंने कहा कि पहले गोंडा में जो योजनाएं आती थीं वे भ्रष्टाचार की शिकार हो जाती थीं तथा वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में कानून-व्यवस्था ध्वस्त थी। उन्होंने कहा कि तब माफिया सत्ता का सुख भोगते थे और होली, दीवाली तथा जन्माष्टमी से पहले कर्फ्यू लग जाता था, मगर भाजपा की सरकार आने के बाद परिवर्तन साफ देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि साल 2017 से पहले गोंडा और बलरामपुर दंगों की चपेट में होते थे, लेकिन आज दंगाइयों की सात पीढ़ी भरपाई करते खत्म हो जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ में भाजपा के पाल और बघेल समाज के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए परोक्ष रूप से प्रदेश की पिछली सपा सरकार पर एक बार फिर हमला किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर हमलावर हुए आतंकवादियों और दंगाइयों पर से मुकदमा वापस लेने वाली सरकार दलितों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें फंसाती थी और ऐसे लोग दलित समाज के कभी हितैषी नहीं हो सकते।
योगी ने दलित समाज का आह्वान किया कि वे घर-घर जाकर लोगों को शासन की योजनाओं और नीतियों से अवगत कराएं तथा यह बताएं कि भाजपा सरकार बिना किसी भेदभाव के दलितों, वंचितों का विकास करती है और भाजपा में दलित समाज का कोई उत्पीड़न नहीं कर सकता।