स्विस आधारित स्टार्ट-अप जेट जीरोइमिशन ने घोषणा किया कि उसने यूएई स्थित कंपनी जेनिथ मरीन सर्विसेज एलएलसी के साथ एक समझौता किया है और डीडब्ल्यूवाईएन एलएलसी पहली स्वच्छ-ऊर्जा, हाइड्रोजन-संचालित फ्लाइंग बोट ‘द जेट’ का निर्माण और संचालन करेगी। एक प्रतिष्ठित डिजाइन के साथ बोट का विश्व प्रीमियर दुबई में आयोजित किया जाएगा। यह घोषणा भविष्य के उद्योगों के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में दुबई की अग्रणी स्थिति को दर्शाती है। दुबई के मजबूत बुनियादी ढांचे और सहायक निवेश वातावरण ने इसे नई कंपनियों के लिए अपनी वैश्विक महत्वाकांक्षाओं तक पहुंचने के लिए एक आदर्श लॉन्चपैड बना दिया है। ‘द जेट’ में अत्याधुनिक विशेषताएं और प्रौद्योगिकियां हैं, जो इसे 40 समुद्री मील की परिभ्रमण गति से जल के ऊपर मौन में उड़ने में सक्षम बनाती हैं। शानदार बोट में 8/12 यात्रियों की क्षमता है, और यह दो ईंधन कोशिकाओं और एक एयर कंडीशनर के साथ अन्य स्वच्छ-तकनीक, पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकियों से सुसज्जित है, जो कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करती हैं। इस अवसर पर जेट जीरोइमिशन के संस्थापक और 2009 में पहले विश्व नौकायन गति रिकॉर्ड धारक और 2016 में इलेक्ट्रिक सीबबल्स प्रोटोटाइप आविष्कारक एलेन थेबॉल्ट ने कहा, “हमें दुबई से यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है और हम ‘द जेट’ का निर्माण व लॉन्च करने में सक्षम हैं, जो बिना शोर, लहरों या उत्सर्जन के दुनिया की पहली बोट बनने जा रही है और जल से 80cm ऊपर उड़ने की क्षमता रखती है।”
यह घोषणा क्लीन-टेक उद्योग और स्टार्ट-अप के लिए एक कदम आगे है। स्टार्ट-अप भी 10 मिलियन यूरो के आवश्यक वित्त पोषण के हिस्से को सुरक्षित करने में सक्षम है। जेट और यूएई के व्यापार भागीदारों के बीच सहयोग समझौता पर्यावरण और स्वच्छ ऊर्जा समुद्री परिवहन के भविष्य के लिए अच्छी खबर है। नवंबर 2023 में आयोजित होने वाली अगली सीओपी28 यूएई तैयारी बैठकों के दौरान ‘द जेट’ की अत्याधुनिक ईंधन सेल तकनीक दुबई में एक ऐतिहासिक उद्घाटन उड़ान के लिए वितरित की जाएगी। स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्थिरता के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है और दुबई और यूएई की रणनीतिक प्राथमिकताओं में सबसे आगे है। दुबई स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास में एक अंतरराष्ट्रीय अग्रणी बन गया है। शहर ने दुबई स्वच्छ ऊर्जा रणनीति 2050 भी शुरू की है। इस रणनीति के तहत दुबई का लक्ष्य 2050 तक अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं का 75 फीसदी स्वच्छ स्रोतों से उत्पादन करना है। रणनीति का उद्देश्य दुबई को स्वच्छ ऊर्जा और ग्रीन अर्थव्यवस्था का वैश्विक केंद्र बनाना भी है। इसमें पांच मुख्य स्तंभ बुनियादी ढांचे, कानून, वित्त पोषण, निर्माण क्षमता व कौशल और पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा मिश्रण शामिल हैं।