पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी का साथ छोड़ टीएमसी में शामिल हुए विधायक मुकुल रॉय ने आज सोमवार को विधानसभा में लोक लेखा समिति (PAC) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देते हुए इस पद से इस्तीफा दिया है। मुकुल रॉय ने विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को ईमेल के जरिए इस्तीफा भेजा है।
इससे पहले बीते शुक्रवार को विधानसभा सत्र के अंत में विधानसभा अध्यक्ष ने 41 समितियों का कार्यकाल एक और साल के लिए बढ़ा दिया था। इसके बाद पीएसी अध्यक्ष के रूप में मुकुल रॉय का कार्यकाल भी एक साल के लिए बढ़ गया था। इस बीच, मुकुल रॉय ने आज इस्तीफा सौंप दिया है।
मुकुल रॉय विधानसभा में बीजेपी के ही विधायक हैं
मालूम हो कि विधानसभा में लोक लेखा समिति (PAC) का अध्यक्ष पद हमेशा से ही विपक्षी पार्टी के विधायक को दिया जाता है। हालांकि, टीएमसी में शामिल होने के बाद भी यह पद बीजेपी विधायक के तौर पर मुकुल रॉय को दिया गया था, जिस पर बीजेपी ने आपत्ति जताई थी और कोर्ट में चुनौती भी दी थी। हालांकि, हाल ही में विधानसभा अध्यक्ष ने बीजेपी की याचिका को खारिज करते हुए साफ कर दिया था कि मुकुल रॉय विधानसभा में बीजेपी के ही विधायक हैं।
जारी बयान में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा था, “कलकत्ता हाई कोर्ट ने मुझे एक महीने का समय दिया था। मैं ये स्पष्ट रूप से मानता हूं कि याचिकाकर्ता अपनी याचिका के जरिए किसी भी तथ्य को सिद्ध नहीं कर पाए हैं. ऐसे में जो फैसला मैंने पहले 11 फरवरी को दिया था, एक बार उसी फैसले पर बरकरार हूं।”
रॉय ने कृष्णानगर उत्तर सीट से जीत हासिल की थी
गौरतलब है कि साल 2021 के विधानसभा चुनाव में मुकुल रॉय ने बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़कर कृष्णानगर उत्तर सीट से जीत हासिल की थी। हालांकि, चुनाव के नतीजे आने के कुछ ही दिन बाद ही मुकुल रॉय अपने बेटे शुभ्रांशु रॉय के साथ टीएमसी में शामिल हो गए थे। टीएमसी में वापसी करने के बाद मुकुल रॉय को पीएसी का अध्यक्ष बनाया गया था।