Virat Kohli has scored the second-most runs among India batters in mens ODI World Cups : विराट कोहली। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान। साल 2019 में जब विश्व कप का आयोजन हुआ तो यही विराट कोहली कप्तान थे। लेकिन चार साल में भारतीय क्रिकेट में इतना जबरदस्त बदलाव हुआ कि रोहित शर्मा कप्तान हैं और विराट कोहली महज एक खिलाड़ी। लेकिन भरोसेमंद खिलाड़ी। जिन पर भारतीय फैंस को हर वक्त भरोसा रहता है। कोई भी टारगेट हो, जब कोहली क्रीज पर हैं तो ये मुमकिन है। ये बात और है कि विराट कोहली महज एक ही बार वनडे विश्व कप में भारतीय टीम की कमान संभाल सके। अब पहली बार कप्तानी की अहम जिम्मेदारी रोहित शर्मा के कंधों पर है। खैर ये तो रही कप्तान की बात, लेकिन विराट कोहली तीसरी दफा वनडे विश्व कप खेल चुके हैं और चौथी बार इसका हिस्सा होने जा रहे हैं।
विराट कोहली साल 2011 के विश्व कप में रहे टीम का अहम हिस्सा
विराट कोहली के पिछले तीन वनडे विश्व कप की बात की जाए तो साल दर साल वे निखरते चले जा रहे हैं। जिस तरह का उनका पिछले तीन बार का विश्व कप का ट्रेक रिकॉर्ड रहा है, अगर उसी तरह चलता रहा तो इस बार कोहली का बल्ला आग उगलने के लिए तैयार सा नजर आ रहा है। सबसे पहले बात साल 2011 की ही करते हैं, जब विराट कोहली ने अपना पहला विश्व कप खेला। तब कोहली युवा हुआ करते थे। उनसे काफी सीनियर खिलाड़ी टीम में पहले से थे। उस साल भारत ने विश्व कप के खिताब पर कब्जा किया भी। उस साल विराट कोहली ने 9 पारियों में 282 रन बनाए थे। कोहली का औसत 35.35 का रहा था।
साल 2015 और 2019 में भी विराट कोहली का धमाकेदार प्रदर्शन
साल 2011 में तो विराट कोहली युवा था, लेकिन साल 2015 आते आते वे भारतीय टीम के बड़े खिलाड़ी बन गए थे। यूं कहें कि 2011 से लेकर 2015 तक भारतीय क्रिकेट में काफी कुछ बदल गया था, तो गलत नहीं होगा। इस साल विराट कोहली ने 305 रन बनाए और वो भी 50.83 की अच्छी खासी औसत के साथ। इस साल विराट कोहली ने विश्व कप में केवल आठ ही पारियां खेलीं। साल 2019 के आते आते कोहली भारतीय टीम के कप्तान बन चुके थे और एक तरह से क्रिकेट की पूरी दुनिया पर उनका राज चलता था। इस साल कोहली ने 55.37 की औसत के साथ 443 रन बना दिए थे। कोहली को 9 पारियां खेलने का मौका मिला। यानी आंकड़ों के लिहाज से देखें तो साल दर साल विराट कोहली का बल्लेबाजी औसत बढ़ता ही चला गया। अगर यही सिलसिला इस बार भी जारी रहा तो टीम इंडिया के सामने बाकी दुनिया की कोई क्रिकेट टीम टिक पाएगी, इस पर शंका की जा सकती है।