नई दिल्ली/देहरादून: पिछले 24 घंटों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश के कारण उत्तराखंड के बड़े हिस्से, खासकर कुमाऊं क्षेत्र में भारी बाढ़, भूस्खलन और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। वहीं मुक्तेश्वर में पिछले 107 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। यहां 340.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है जबकि पिछला रिकॉर्ड 18 सितंबर, 1914 का था जब 254.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार, जिन जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश हुई, उनमें चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, पौड़ी और चमोली शामिल हैं,।
ऐसी कई रिपोर्टे थीं कि लोगों ने बारिश को बादल फटना कहा। लेकिन आईएमडी केवल एक घंटे में 100 मिमी या उससे अधिक की बारिश को बादल फटना बताता है। उत्तराखंड में 24 घंटे की बारिश का पिछला रिकॉर्ड पंत नगर के पास था जब 10 जुलाई 1990 को 228 मिमी बारिश हुई थी, लेकिन अब यह रिकॉर्ड 403.2 मिमी बारिश से टूट गया है। आईएमडी देहरादून के आंकड़ों में कहा गया है कि वेधशाला में 25 मई, 1962 से रिकॉर्ड उपलब्ध हैं। इसी तरह मुक्तेश्वर मेंपिछला रिकॉर्ड 18 सितंबर, 1914 को 254.5 मिमी बारिश का था, जो 340.8 मिमी बारिश के वर्तमान रिकॉर्ड से टूट गया।
चंपावत में 579 मिमी बारिश
आईएमडी ने कहा कि हिमालयी राज्य में अत्यधिक वर्षा मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल स्तरों में ऊपरी वायु प्रणाली के रूप में पश्चिमी विक्षोभ का परिणाम है जो पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रही है। चंपावत जिले में मुख्यालय चंपावत में 579 मिमी बारिश हुई, जबकि अन्य जगहों पर पंचेश्वर में 508 मिमी से टनकपुर में 123 मिमी बारिश हुई।
नैनीताल में 535 मिमी बारिश
नैनीताल में 535 मिमी, नैनीताल (ज्योलिकोट) में 490.0 मिमी, भीमताल में 402 मिमी, मुक्तेश्वर में 340.8 मिमी, हल्द्वानी में 325.4 मिमी और राम नगर में 227 मिमी बारिश हुई। उधम सिंह नगर जिले में रुद्रपुर में 484 मिमी, पंतनगर में 403.2 मिमी और काशीपुर में 176 मिमी बारिश हुई। पिथौरागढ़ जिले में, गनई गंगोली में 325 मिमी, थाल में 242.0 मिमी और पिथौरागढ़ शहर में 212.1 मिमी दर्ज किया गया।
अल्मोड़ा में 217 मिमी बारिश
आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि बागेश्वर जिले में, शमा में 308 मिमी, लिट्टी में 299 मिमी और डांगोली में 283 मिमी दर्ज किया। अल्मोड़ा जिले में अपेक्षाकृत कम बारिश हुई। टकुला में 282 मिमी, अल्मोड़ा में 217 मिमी और रानीखेत में 165 मिमी दर्ज किया गया।