उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को गंगा और यमुना नदी के तटवर्ती इलाकों में जलस्तर को बढ़ते देख चेतावनी जारी की है। प्रयागराज में नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है, इसे लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित जगह जाने को कहा है। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को भी इसपर विशेष नजर बनाये रखने को कहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक जल स्तर में वृद्धि ने प्रयागराज के पश्चिमी खंड में करेली और जेके नगर कॉलोनियों को प्रभावित किया है। जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर जाता देख इन कॉलोनियों के निवासी अपने घरों से निकल गए हैं। स्थानीय निवासी मुश्ताक ने कहा, “लगभग 600 घर प्रभावित हुए हैं और हमने पानी के कारण खुद को पहली मंजिल से दूसरी मंजिल पर शिफ्ट कर लिया है।”
जेके नगर कॉलोनी निवासी केसर अली के मुताबिक कई लोग अपने घरों को छोड़कर अन्य स्थानों पर चले गए हैं, क्योंकि क्षेत्र में गंदगी और पानी भरा हुआ है और बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है। एक अन्य स्थानीय निवासी ने सरकार से इन कॉलोनियों के निवासियों को पानी, भोजन और अन्य सामान देने के लिए आग्रह किया। प्रयागराज के पूर्वोत्तर में गंगा नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है और दोनों नदियां खतरे से ऊपर बह रही हैं।
विभिन्न क्षेत्रों में नदी जल स्तर
इससे पहले शनिवार की शाम फाफामऊ क्षेत्र में गंगा का जलस्तर 84.03 मीटर ऊंचा था, जबकि छतनाग क्षेत्र में यह 83.30 मीटर था। वहीं, नैनी क्षेत्र में यमुना का जलस्तर 83.88 मीटर रहा। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों नदियां अभी भी तीनों स्थलों पर लगभग 10-11 सेमी की दर से बढ़ रही है।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा है कि सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों के साथ-साथ पशुधन और अन्य जानवरों के लिए उचित सहायता की गारंटी देने का निर्देश दिया है।