प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ अगस्त को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के देशों के साथ समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने मंगलवार को हिंसा और लक्षित हमलों के सवाल को संबोधित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस मुद्दे पर तिरुमुती का बयान भारत द्वारा रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अध्यक्षता संभालने के बाद आया है।
तिरुमूर्ति ने यह भी खुलासा किया कि भारत नौ अगस्त को समुद्री सुरक्षा पर एक आभासी, उच्च स्तरीय खुली बहस आयोजित करने की योजना बना रहा है। इस बहस की अध्यक्षता प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
आतंकवाद और अफगानिस्तान पर भारत का संदेश
इसके अलावा, अगस्त महीने के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के रूप में टीएस तिरुमूर्ति ने अपने बयान में यह भी कहा कि अफगानिस्तान में आतंकवादी शिविरों को पनपने नहीं दिया जा सकता क्योंकि देश तालिबान और अफगानिस्तान सुरक्षा बलों के बीच घातक लड़ाई का गवाह है।
तिरुमूर्ति ने कहा कि ‘हमें हिंसा और लक्षित हमलों के सवाल का समाधान करना चाहिए। सभी हिंसा समाप्त होनी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से भी संबंध खत्म करने चाहिए। हम एक बार फिर अफगानिस्तान में आतंकवादी शिविर नहीं लगा सकते। और इसका सीधा असर भारत पर पड़ेगा।’
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भारत की अध्यक्षता
भारत ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अध्यक्षता संभाली। भारत के पास यह पद अगस्त के लिए रहेगा। इससे पहले जनवरी में, भारत ने सुरक्षा परिषद के एक अस्थायी सदस्य के रूप में दो साल का कार्यकाल शुरू किया था। 2021-22 की अवधि के लिए भारत के पास UNSC के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में पहली बार अध्यक्षता होगी। इसके अलावा, भारत अपने दो साल के कार्यकाल के अंतिम महीने के लिए परिषद के अध्यक्ष के रूप में भी कार्यभार संभालेगा। भारत ने आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा और शांति स्थापना को प्राथमिकता दी है।