दिल्ली के विज्ञान भवन में ‘राइजिंग एंड एक्सेलरेटिंग MSME परफॉर्मेंस (RAMP), ‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’ और अन्य सुविधाओं का शुभारंभ किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा भी मौजूद रहे। इसके बाद संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ‘कहने के लिए आप लोग सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम हैं लेकिन 21वीं सदी का भारत जिस ऊंचाई को प्राप्त करेगा उसमें आप लोगों की भूमिका अहम है। भारत का निर्यात बढ़े हैं, भारत के प्रोडक्ट नए बाज़ार में पहुंचे हैं, इसके लिए देश के MSME सेक्टर का सशक्त होना जरूरी है।
‘1.5 करोड़ रोज़गार खत्म होने से बचे’
पीएम ने कहा, ”MSME सेक्टर का विस्तार करने पर अभूतपूर्व बल दिया जा रहा है। इसी कड़ी में आज कई नई योजनाएं शुरू की गईं हैं। यह योजनाएं MSME सेक्टर की गुणवत्ता और तरक्की से जुड़ी हैं। MSME सेक्टर को मजबूती देने के लिए पिछले आठ साल में हमारी सरकार ने बजट में 650 प्रतिशत से ज्यादा की बढोतरी की है। यानि हमारे लिए MSME का मतलब है – मैक्सिमम सपोर्ट टू MSME। केंद्र सरकार ने इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम के तहत साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए की मदद MSMEs के लिए सुनिश्चित की जिससे करीब 1.5 करोड़ रोज़गार खत्म होने से बचे जो बहुत बड़ा आंकड़ा है।
उनको रुपए मिल गए और मुझे गर्म चाय: PM
उन्होंने कहा, ”अगर थर्मस भी बेचना चाहते हैं तो GeM पोर्टल से सरकार खरीद सकती है। मुझे मेरे ऑफिस में थर्मस की ज़रूरत थी, हम GeM पोर्टल पर गए जहां तमिलनाडु के एक गांव की महिला ने थर्मस उपलब्ध कराई। तमिलनाडु के गांव से PMO में थर्मस आई, उनको रुपए मिल गए और मुझे गर्म चाय।
‘8 वर्षों में खादी की बिक्री 4 गुणा बढ़ी है’
पीएम ने कहा, ”पहली बार खादी और ग्रामोद्योग का टर्नओवर 1 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा है। ये इसलिए संभव हुआ है क्योंकि गांवों में हमारे छोटे-छोटे उद्यमियों ने, हमारी बहनों ने बहुत परिश्रम किया है। बीते 8 वर्षों में खादी की बिक्री 4 गुणा बढ़ी है।