Maharashtra Politics: महाराष्ट्र का सियासी संकट भले ही अभी शांत हो गया है, लेकिन मामला कोर्ट तक जा पहुंचा है। एकनाथ शिंदे गुट शिवसेना पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहा है, तो वहीं उद्धव ठाकरे अपने बचाव में लगे हुए हैं। इस बीच, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ को दिए इंटरव्यू में एकनाथ शिंदे की बगावत पर खुलकर बातचीत की।
पेड़ के सड़े पत्ते झड़कर गिर रहे हैं- उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर आरोप लगाया कि मेरे ऑपरेशन के बाद की अस्वस्थता के दौरान सरकार गिराने का प्रयास हो रहा था। उन्होंने शिवसेना के बागी नेताओं की तुलना पेड़ के ‘सड़े हुए पत्ते’ से की। उन्होंने कहा कि यह सड़े पत्ते झड़कर गिर रहे हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा, “सरकार चली गई, मुख्यमंत्री का पद चला गया, इसका कोई अफसोस नहीं है, लेकिन मेरे ही लोग दगाबाज निकले। जब मैं अपनी सर्जरी से उबर रहा था, तो वे मेरी सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे थे।”
शिवसेना के बाप की फोटो लगाकर भीख न मांगें- ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने अपने पिता बाल ठाकरे द्वारा स्थापित पार्टी पर उनका नियंत्रण छीनने की धमकी देने वाले बागियों को स्पष्ट रूप से कहा कि शिवसेना कानून और सड़क की लड़ाई जीतेगी, जिन्होंने विश्वासघात किया है, पार्टी तोड़ी है, वे खुद के पिता का फोटो लगाकर वोट मांगें। शिवसेना के बाप की फोटो लगाकर भीख न मांगें।
‘कुछ मेरे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे थे और अन्य…’
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि जब वह गर्दन की एक बड़ी सर्जरी से उबर रहे थे, जिसके कारण वह अस्थायी रूप से अपने अंगों का उपयोग करने में असमर्थ थे, उन्होंने ऐसी खबरें सुनीं, “कुछ मेरे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे थे और अन्य प्रार्थना कर रहे थे कि वह अस्वस्थ रहें।”
‘मैंने पार्टी की देखभाल करने के लिए आप पर भरोसा किया था’
ठाकरे ने सीधे एकनाथ शिंदे को संबोधित करते हुए कहा, “मैं पक्ष प्रमुख परिवार का मुखिया हूं, लेकिन मैं सर्जरी के बाद भी हिल नहीं सकता था, उस समय वे सक्रिय रूप से मेरे खिलाफ साजिश कर रहे थे। मैं हमेशा इस दर्दनाक सच्चाई के जीऊंगा कि मैंने किसी को पार्टी सौंपी थी, उन्हें नंबर दो का दर्जा दिया। मैंने पार्टी की देखभाल करने के लिए आप पर भरोसा किया था, आपने उस विश्वास को तोड़ा।”
वे शिवसेना को ठाकरे से अलग करना चाहते हैं- उद्धव
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि बागी इस बात से नाराज हैं कि वह बाल ठाकरे की मृत्यु के बाद भी शिवसेना को आगे ले जाने में सक्षम रहे। उन्होंने आरोप लगाया, “वे शिवसेना को ठाकरे से अलग करना चाहते हैं,” उन्होंने इसकी तुलना कांग्रेस को गांधी परिवार से अलग करने से की। ठाकरे ने कहा कि बीजेपी अन्य दलों के अच्छे नेताओं को अपने लिए उपयुक्त बनाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया, “जिस तरह से उन्होंने कांग्रेस से सरदार पटेल को हटाने की कोशिश की, वे मेरे पिता के साथ भी ऐसा ही कर रहे हैं।”
बागी गुट को लेकर उद्धव ठाकरे की चुनौती
बाल ठाकरे की विरासत का दावा करने वाले शिंदे गुट को उद्धव ठाकरे ने एक चुनौती दी है। ठाकरे गुट ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया है कि जब तक बागियों की अयोग्यता पर फैसला नहीं हो जाता, तब तक चुनाव आयोग को यह तय करने से रोका जाए कि पार्टी का नियंत्रण किसके पास है। शिंदे गुट ने बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने के बाद दावा किया कि वही ‘असली शिवसेना’ है। वहीं, चुनाव आयोग ने शिवसेना के दोनों धड़ों से 8 अगस्त तक दस्तावेज पेश करने को कहा है।