Lakhimpur Violence: लखीमपुर-खीरी हिंसा घटना पर उत्तर प्रदेश में विपक्षी नेताओं का जोरदार प्रदर्शन जारी है। राजनीतिक दलों ने इस घटना की जमकर निंदा करते हुए यूपी सरकार पर निशाना साधा है। लखीमपुर में हुए किसानों की मौत को लेकर अब सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। घटना को लेकर विपक्षी दलों ने यूपी सरकार को घेरा है। इसी कड़ी में पश्चिम की तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी घटना की निंदा की। सीएम ने बताया कि लखीमपुर में घटनास्थल और पीड़ितों से मिलने के लिए पश्चिम बंगाल के टीएमसी सांसदों को भेजा गया था। जिन्हें घटनास्थल पर जाने की इजाजत नहीं दी गई।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा- यह बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। आज हमने अपने 4 सांसदों की टीम को लखीमपुर खीरी भेजा लेकिन उन्हें रास्ते में रोक लिया गया है। इस घटना की निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।
टीएमसी प्रमुख ने बीजेपी पर वार करते हुए देश के किसानों के प्रति उदासीनता का आरोप लगाया। ममता बनर्जी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैं लखीमपुर खीरी में हुई बर्बर घटना की कड़ी निंदा करती हूं। किसानों को तृणमूल कांग्रेस का बिना शर्त समर्थन मिलेगा।
क्या है लखीमपुर की घटना
उल्लेखनीय है कि रविवार शाम को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों को 4 किसान, 3 बीजेपी कार्यकर्ता और कार चालक ड्राइवर बताया जाता है। इसके अलावा कई लोग घायल भी हैं। दरअसल, रविवार को किसान लखीमपुर में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का विरोध कर रहे थे। इसी दौरान कथित तौर पर गाड़ी की टक्कर से किसान घायल हो गए। जिसके बाद कथित रूप से गुस्साए किसानों ने कुछ वाहनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। किसानों का दावा है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गाड़ी ने किसानों को कुचला था। वहीं बीजेपी नेता के बेटे ने घटनास्थल पर मौजूद नहीं होने की बात कही है। साथ ही दावा किया है कि किसानों के बीच मौजूद तत्वों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया, जिसमें 3 कार्यकर्ता और एक ड्राइवर की मौत हुई।