रॉसी वान डर डुसेन के करियर के सर्वोच्च स्कोर और एडेन मार्कराम के तूफानी अर्धशतक के बाद कैगिसो रबाडा की आखिरी ओवर की हैट्रिक से दक्षिण अफ्रीका ने शनिवार को यहां इंग्लैंड को 10 रन से हराकर उसका विजय अभियान थामा लेकिन इसके बावजूद वह आईसीसी टी20 विश्व कप से बाहर हो गया। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए दो विकेट पर 189 रन बनाये। सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिये उसे इंग्लैंड को 131 रन से कम पर रोकना था। इंग्लैंड ने आठ विकेट पर 179 रन बनाकर आस्ट्रेलिया की जगह भी सेमीफाइनल में पक्की कर दी जिसने इससे पहले वेस्टइंडीज को आठ विकेट से हराया था। इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका तीनों के इस ‘मौत के ग्रुप’ में समान आठ-आठ अंक रहे लेकिन बेहतर नेट रन रेट के कारण पहली दो टीमें अंतिम चार में पहुंची।
डुसेन ने 60 गेंदों पर नाबाद 94 रन बनाये जिसमें पांच चौके और छह छक्के शामिल हैं। उन्होंने क्विंटन डिकॉक (27 गेंदों पर 34) के साथ दूसरे विकेट के लिये 71 और मार्कराम (25 गेंदों पर नाबाद 52, दो चौके, चार छक्के) के साथ तीसरे विकेट के लिये 52 गेंदों पर 103 रन की अटूट साझेदारी की। दक्षिण अफ्रीका ने आखिरी पांच ओवरों में 71 रन बनाये। रबाडा ने अपने पहले तीन ओवर में 45 रन लुटाये लेकिन जब इंग्लैंड को आखिरी ओवर में 14 रन चाहिए थे तब उन्होंने पहली तीन गेंदों पर क्रिस वोक्स, इयोन मोर्गन और क्रिस जोर्डन को आउट करके हैट्रिक बनायी। उन्होंने 48 रन देकर तीन विकेट लिये। बड़े लक्ष्य के सामने इंग्लैंड की शुरुआत अनुकूल नहीं रही। उसकी तरफ से मोईन अली (27 गेंदों पर 37, तीन चौके, दो छक्के), डाविड मलान (26 गेंदों पर 33, तीन चौके, एक छक्का) और लियाम लिविंगस्टोन (17 गेंदों पर 28, तीन छक्के) ने अच्छा योगदान दिया।
जोस बटलर (15 गेंदों पर 26) ने जैसन रॉय (रिटायर्ड हर्ट 20) के साथ प्रवाहमय शुरुआत की। यहां तक कि रबाडा जब चौथे ओवर में पहले बदलाव के रूप में आये तो इन दोनों ने उसमें 15 रन जुटाये लेकिन रॉय बायें पांव की पिंडली की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण लंगड़ाते हुए पवेलियन लौटना पड़ा। नोर्किया ने पॉवरप्ले के आखिरी ओवर में बटलर को मिडऑफ पर कैच कराकर और इसके बाद शम्सी ने जॉनी बेयरस्टॉ (एक) को पगबाधा आउट करके आस्ट्रेलिया की भी पेशानी पर बल ला दिये। रबाडा दूसरा ओवर करने आये तो मलान ने उन पर लगातार दो चौके जड़कर दक्षिण अफ्रीका को परेशानी में डाल दिया।
तेम्बा बावुमा का गेंदबाजी में बदलाव करने की नीति कारगर साबित नहीं हुई। मोईन ने रबाडा की जगह गेंद थामने वाले मार्कराम पर छक्का और चौका लगाया और शम्सी की गेंद पर लांग ऑन पर कैच देने से पहले गगनदायी छक्का जड़कर इंग्लैंड का ग्रुप में शीर्ष स्थान पक्का किया। रबाडा तीसरा ओवर करने आये तो लिविंगस्टोन ने उनकी पहली तीन गेंदों पर छक्के लगाये। इससे इंग्लैंड ने 131 रन की संख्या पार करके मैच का परिणाम आने से पहले ही आस्ट्रेलिया की सेमीफाइनल में जगह पक्की कर दी। रबाडा ने हालांकि ड्वेन प्रिटोरियस की गेंद पर मलान का दौड़ लगाकर अच्छा कैच लिया, लेकिन मोर्गन ने आते ही तीन चौके लगाये। इंग्लैंड को आखिरी दो ओवरों में 25 रन चाहिए थे लेकिन प्रिटोरियस ने लिविंगस्टोन को आउट कर दिया। रबाडा भी आखिरी ओवर में 14 रन का बचाव करने में सफल रहे।
इससे पहले टूर्नामेंट में पहली बार इंग्लैंड के गेंदबाज दबाव में दिखे। दक्षिण अफ्रीका ने डुसेन के क्रिस वोक्स के छठे ओवर में लगाये गये चौके और छक्के की मदद से पावरप्ले में एक विकेट पर 40 रन बनाये। इससे पहले मोईन (27 रन देकर एक) ने अपनी गति में बदलाव करके रीजा हेंड्रिक्स (दो) को बोल्ड किया था जिनका स्थान लेने के लिये डुसेन क्रीज पर उतरे थे।
डुसेन और डिकॉक ने इसके बाद स्ट्राइक रोटेट करने की सकारात्मक रणनीति अपनायी और इस बीच ढीली गेंदों को सीमा रेखा तक भी पहुंचाया। डुसेन का मार्क वुड पर स्कूप करके विकेटकीपर के सिर के ऊपर से लगाया गया छक्का दर्शनीय था लेकिन डिकॉक लेग स्पिनर राशिद (32 रन देकर एक) पर लंबा शॉट खेलने के प्रयास में लांग ऑन पर कैच दे बैठे। डुसेन ने 37 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने वुड पर डीप स्क्वायर लेग पर छक्का लगाकर टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया जबकि मार्कराम ने राशिद की गेंद छह रन के लिये भेजकर गेंदबाजों को दबाव में ला दिया।
डेथ ओवरों के लिये मंच सज चुका था। इसका पहला निशाना वोक्स बने। पारी के 16वें ओवर में डुसेन ने उनकी पहली दो गेंदों और मार्कराम ने पांचवीं गेंद को छक्के के लिये भेजकर स्कोर बोर्ड की ‘स्पीड’ बढ़ा दी। मार्कराम के वुड पर लगाये गये दो चौकों से टीम 17 ओवर में 150 रन पर पहुंच गयी। उन्होंने इस गेंदबाज के अगले ओवर में छक्का भी जड़ा। उन्होंने जोर्डन पर लांग ऑफ पर छक्का लगाकर केवल 24 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया।