दक्षिण अफ्रीका के मुख्य कोच मार्क बाउचर ने कहा है कि खराब नेट रन रेट के कारण टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल से बाहर होना कड़वा घूंट पीने की तरह है। टूर्नामेंट में प्रदर्शन के आधार पर दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने का प्रबल दावेदार था लेकिन अपने पांच में से चार मुकाबले जीतने के बावजूद टीम शीर्ष चार में जगह नहीं बना सकी। अपने अंतिम ग्रुप मैच में दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को 10 रन से हराया लेकिन यह टीम को सेमीफाइनल में जगह दिलाने के लिए काफी नहीं था। इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के भी आठ-आठ अंक थे लेकिन ये दोनों टीमें बेहतर नेट रन रेट के कारण सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रहीं।
बाउचर ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘यह सफल नहीं रहा क्योंकि आप विश्व कप से बाहर हो गए। यह कड़वा घूंट पीने की तरह है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान हमने काफी अच्छा क्रिकेट खेला, पहला मैच गंवाने के बाद हमने काफी दबाव में क्रिकेट खेला।’’
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका को क्वालीफाई करने के लिए इंग्लैंड को 130 रन से कम के स्कोर पर रोकना था लेकिन टीम ऐसा करने में नाकाम रही। बाउचर ने कहा, ‘‘ड्रेसिंग रूम में मौजूद खिलाड़ियों के लिए यह कड़ा समय है। हमें आज पता था कि हमें क्या करना है लेकिन हमारे लिए समीकरण काफी मुश्किल थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने खिलाड़ियों से कहा कि सिर्फ उन्हीं चीजों को नियंत्रित करने का प्रयास कीजिए जिसे हम नियंत्रित कर सकते हैं। दुर्भाग्य से हम अन्य नतीजों को नियंत्रित नहीं कर सकते। हमने आज अच्छा काम किया लेकिन इसे हजम करना आसान नहीं है।’’ बाउचर को मलाल है कि दक्षिण अफ्रीका की टीम आस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रही। दक्षिण अफ्रीका ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले मैच में नौ विकेट पर 118 रन के स्कोर का लगभग बचाव कर ही लिया था लेकिन अंतत: टीम को टूर्नामेंट की अपनी एकमात्र हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद टीम के पास बांग्लादेश के खिलाफ अपने नेट रन रेट में सुधार का मौका था। टीम ने हालांकि 85 रन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 13.3 ओवर लिए। अगर टीम आठ ओवर के भीतर लक्ष्य हासिल कर लेती तो चीजें अलग हो सकती थी।
बाउचर हालांकि टूर्नामेंट में टीम के अच्छे प्रदर्शन से खुश हैं और उनका मानना है कि इससे टीम को फायदा होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इस टीम को पता है हम सफर पर निकले हैं, हम ऊपर की ओर जा रहे हैं, हम सफर के दौरान सीख रहे हैं। यह हमारा सर्वश्रेष्ठ नहीं है।’’
बाउचर ने कहा, ‘‘इन मैचों से हमें काफी फायदा होगा क्योंकि जैसा कि मैंने कहा, हम प्रत्येक मैच दबाव में खेले। संभवत: यह ऐसी चीज है तो अतीत में बड़े, दबाव वाले मैचों में खेलते हुए हमने काफी अच्छी तरह नहीं की और हमने इस प्रतियोगिता में काफी अच्छा प्रदर्शन किया।’’ दक्षिण अफ्रीका ने टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया और पहले मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ हार के बाद श्रीलंका, बांग्लादेश, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड को हराया।