श्रीलंका में 9 अप्रैल से हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे हुए हैं। श्रीलंका की आर्थिक हालत बहुत बुरी है और यहां की सरकार के पास वस्तुओं का आयात करने के लिए भी पैसे नहीं है। ऐसे में जनता के पास खाने-पीने की चीजें भी नहीं हैं और जो चीजें बची हैं, उनके दाम आसमान छू रहे हैं।
ऐसे में श्रीलंका की जनता सरकार से काफी नाराज है। रविवार को कुछ छात्र प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास को भी घेर लिया। इंटर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स फेडरेशन (आईयूएसएफ) के हजारों छात्रों को विजेरमा मवाता में प्रधानमंत्री के आवास के बाहर नारेबाजी करते हुए देखा गया। तस्वीरों में अनेक छात्र प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास की चारदीवारी के पास प्रदर्शन करते दिखे।
प्रदर्शनकारी छात्र राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। कुछ प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास की दीवारों पर ‘राजपक्षे घर जाओ’ लिख दिया। प्रदर्शनकारी इस बात पर नाराजगी जता रहे हैं कि श्रीलंका में ईंधन, दवाओं और बिजली की भारी कमी है। जरूरी वस्तुएं बहुत महंगी हो गई हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अंतरिम सरकार की मांग को खारिज किया था, उसके एक दिन बाद, रविवार को विरोध प्रदर्शन बढ़ गया। इस बीच, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कोलंबो की कुछ सड़कों पर प्रवेश नहीं करने की चेतावनी दी है और कहा है कि ये कोर्ट का आदेश है।