कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress chief Sonia Gandhi ) ने अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Polls) से पहले पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई (Uttar Pradesh unit of the party) में अतिरिक्त पदाधिकारियों की नियुक्ति के प्रस्ताव को तत्काल प्रभाव से मंजूरी दे दी है। AICC महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में इसकी जानकारी जानकारी देते हुए कहा, “माननीय कांग्रेस अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Uttar Pradesh Congress Committee ) के अतिरिक्त पदाधिकारियों की नियुक्ति के प्रस्ताव को तत्काल प्रभाव से मंजूरी दे दी है।”
उपेंद्र सिंह, मकसूद खान और जयवंत सिंह को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (UPCC) का उपाध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी के एक बयान के मुताबिक दिनेश कुमार सिंह को संगठन का महासचिव बनाया गया है। पार्टी ने राज्य इकाई में 12 और महासचिव और 11 सचिवों को भी नियुक्त किया है।
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में नियुक्तियां
विधानसभा चुनाव (Assembly elections) से पहले मोनिंदर सूद वाल्मीकि, अरशद अली गुड्डू, जय करण वर्मा, सुबोध श्रीवास्तव, मुकुंद तिवारी, राघवेंद्र प्रताप सिंह, सरिता पटेल, अखिलेश शुक्ला, शरद मिश्रा, सचिन चौधरी, धर्मेंद्र निषाद और अभिषेक पटेल को महासचिव नियुक्त किया गया है।
कामेश रतन, प्रवीण चौधरी, ले कश्यप, सुधीर पाराशर, रिसाल अहमद, पूर्व विधायक धीरेंद्र प्रसाद, प्रतिभा अटल पाल, मुकेश यादव, अखिलेश शर्मा, परवेज अहमद और सचिन त्रिवेदी को सचिव नियुक्त किया गया है। बता दें, उत्तर प्रदेश में अगले साथ फरवरी-मार्च 2022 में मतदान होना है।
सोनिया गांधी ने की CWC की बैठक की अध्यक्षता
आगामी यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने शनिवार को नई दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (All India Congress Committee) के मुख्यालय में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक की अध्यक्षता की है।
शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (Congress Working Committee ) की बैठक की शुरुआत में बोलते हुए सोनिया गांधी ने G-23 के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि वह ‘पूर्णकालिक, व्यावहारिक कांग्रेस अध्यक्ष’ हैं। G-23 कांग्रेस के 23 नेताओं का एक समूह है, जिसने अगस्त 2020 में सोनिया गांधी को पत्र लिखकर तत्काल नेतृत्व और संगठनात्मक बदलाव की बात कही थी। आज हुए बैठक में गांधी ने पार्टी के सदस्यों से मीडिया के माध्यम से उनके साथ संवाद करने से बचने और पार्टी के कार्यालय में सीधे उसने बात करने का आग्रह किया है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने CWC में कहा, “लखीमपुर-खीरी में हाल ही में हुई चौंकाने वाली घटनाएं भाजपा की मानसिकता को बताती है कि वह किसान आंदोलन को कैसे मानती है।
पिछले साल COVID-19 महामारी के बाद से यह CWC की पहली आमने-सामने की बैठक थी। दिल्ली में सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस के 52 शीर्ष नेता शामिल हुए। जिसमें राहुल गांधी, पी चिदंबरम और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, चरणजीत सिंह चन्नी और भूपेश बघेल शामिल थे। इसके अलावा G-23 के नेताओं में आनंद शर्मा, शशि थरूर और गुलाम नबी आजाद भी शामिल हुए। बैठक में दिग्विजय सिंह और डॉ मनमोहन सिंह समेत पांच नेता मौजूद नहीं रहे।