मानसून सत्र की समाप्ति जोरदार हंगामें के बीच हुई है। इस सत्र में काम-काज कम और स्थगन ज्यादा देखने को मिला। सत्ता पक्ष और विपक्ष सदन के भीतर भी चर्चा के लिए सहमति नहीं बना पाए। इधर विपक्ष सत्र की समाप्ति के बाद तुरंत सक्रिय हो गया है।
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 20 अगस्त को विपक्षी नेताओं और मुख्यमंत्रियों की एक ऑनलाइन बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि विपक्षी दल सत्ता पक्ष पर दबाव बनाए रखने के लिए रणनीति बनाने के लिए बैठक करेगा।
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ‘विपक्ष एकजुट है। हम कपिल जी के पास गए थे। सोनिया गांधी 20 अगस्त को सभी प्रमुख नेताओं और मुख्यमंत्रियों से बातचीत करेंगी। इस बैठक में महाराष्ट्र के सीएम भी शामिल होंगे।”
रिपोर्टों के अनुसार पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और एनसीपी शरद पवार जैसे अन्य प्रमुख नेताओं को भी इस बैठक में आमंत्रित किया गया है। इसे 2024 के लोकसभा चुनावों की अगुवाई में विपक्ष की एकता को बरकरार रखने के कांग्रेस के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
इसके अलावा यह बैठक तब बुलाया गया है, जब कांग्रेस में नेतृत्व की कमी के बारे में सवाल उठाए जा रहे हैं। हाल ही में दिल्ली की अपनी यात्रा के दौरान, ममता बनर्जी ने टीएमसी के साथ कई नेताओं से मुलाकात की और खुद को 2024 में आम चुनाव के लिए पीएम मोदी के संभावित चुनौती के रूप में पेश किया।
कपिल सिब्बल ने आयोजित की डिनर मीटिंग
इससे पहले सोमवार रात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कांग्रेस नेताओं को डिनर पर बुलाया था। इन नेताओं ने पार्टी में संगठनात्मक सुधार की मांग की है। इसमें गुलाम नबी आजाद, भूपिंदर सिंह हुड्डा, आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक, पृथ्वीराज चव्हाण, मनीष तिवारी और शशि थरूर जैसे नेता शामिल थे।