निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को गुरुवार को अगला मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त (Chief Election Commissioner) किया गया है। विधि मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, वह 15 मई को पदभार संभालेंगे। निवर्तमान सीईसी सुशील चंद्रा का कार्यकाल 14 मई को समाप्त हो रहा है। अधिसूचना और एक प्रेस विज्ञप्ति अपने ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कुमार को शुभकामनाएं दीं।
अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘संविधान के अनुच्छेद 324 के खंड (2) के अनुसार राष्ट्रपति श्री राजीव कुमार को 15 मई 2022 से मुख्य निर्वाचन आयुक्त के तौर पर नियुक्त करते हुए प्रसन्नता व्यक्त करते हैं।’’ चंद्रा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद निर्वाचन आयोग में एक पद रिक्त हो जाएगा।
जानिए, कौन हैं राजीव कुमार
19 फरवरी, 1960 में जन्मे राजीव कुमार का कार्यकाल फरवरी 2025 में खत्म होगा। उन्होंने प्रशासनिक सेवाओं में 36 साल तक काम किया। केंद्र के कई मंत्रालयों के अलावा उन्होंने अपने बिहार-झारखंड कैडर में भी लंबे समय तक सेवाएं दीं। राजीव कुमार बीएससी के साथ एलएलबी, पीजीडीएम और लोक नीति से एमए भी किया है। कुमार के कार्यकाल में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के अलावा 2024 के लोकसभा चुनाव और कई विधानसभा चुनाव होंगे। कुमार को जब निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था तब वह लोक उद्यम चयन बोर्ड (PESB) के अध्यक्ष थे। उन्होंने तत्कालीन निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा के इस्तीफे के बाद एक सितंबर 2020 को निर्वाचन आयुक्त का पदभार संभाला था।
वह भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1984 बैच के बिहार/झारखंड कैडर के कुमार फरवरी 2020 में सेवानिवृत्त हुए। नियमों के मुताबिक, चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 साल या 65 वर्ष की आयु (जो भी पहले हो) उस समय तक होता है। चूंकि, कुमार का जन्म फरवरी, 1960 को हुआ था, इसलिए उनका कार्यकाल 2025 तक है। यानी अगले विधानसभा चुनावों से लेकर 2024 के आम चुनाव तक राजीव कुमार की देखरेख में ही होने हैं।