New President Of India: राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। इस चुनाव में NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने बड़ी जीत हासिल की है। उन्होंने विपक्षी प्रतिद्वंदी को करारी शिकस्त दी है। आपको बता दें कि मुर्मू भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनीं हैं। उनका कार्यकाल अगले 5 सालों के लिए होगा। द्रौपदी मुर्मू को 5,77777 वोट मिले। उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया है।
राजनाथ सिंह ने दी बधाई
देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी। उन्होंने लिखा कि राष्ट्रपति चुनाव में प्रभावी जीत दर्ज करने के लिए श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को बधाई। वे गाँव, गरीब, वंचितों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियों में भी लोक कल्याण के लिए सक्रिय रहीं हैं। आज वे उनके बीच से निकल कर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुँची हैं। यह भारतीय लोकतंत्र की ताक़त का प्रमाण है।
द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा में दो बार विधायक और एक बार राज्यमंत्री के रूप में काम कर चुकी हैं। राज्यपाल के तौर पर 5 साल का उनका कार्यकाल 18 मई 2020 को पूरा हो गया था, लेकिन कोरोना के कारण राष्ट्रपति द्वारा नई नियुक्ति नहीं किए जाने के कारण उनके कार्यकाल का स्वत: विस्तार हो गया था। अपने पूरे कार्यकाल में वह कभी विवादों में नहीं रहीं।
सांसदों से मुर्मू को मिला जोरदार समर्थन
संसद भवन में आज सुबह 11 बजे वोटों की गिनती शुरु हो गई थी। राष्ट्रपति पद के लिए NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू सांसदों के 748 मतों में से 540 मत पाकर आगे चल रही थीं, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 208 वोट ही मिल पाए। निर्वाचन अधिकारी पी.सी.मोदी ने कहा कि 15 सांसदों के मत अमान्य पाए गए थे। अधिकारियों ने बताया कि इस राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्येक सांसद के मत का मूल्य 700 है और मुर्मू को मिले कुल मतों का मूल्य 5,23,600 है, जो कि सांसदों के कुल वैध मतों का 72.19 प्रतिशत है, यह उनके पक्ष में ‘क्रॉस वोटिंग’ किए जाने का संकेत देता है। दूसरी ओर, सिन्हा के कुल मतों का मूल्य 1,45,600 था, जो कुल वैध मतों का 27.81 प्रतिशत है।
कल रामनाथ कोविंद के लिए विदाई रात्रिभोज देंगे PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल शाम 5:30 बजे से दिल्ली के होटल अशोका में निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए विदाई रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे।
बीजेपी ने मुर्मू को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाकर जनजातीय समाज को साधा
द्रौपदी मुर्मू का नाम देश में जनजातीय समाज के बीच पैठ बनाने की भाजपा की रणनीति का हिस्सा है। इससे गुजरात के आगामी विधानसभा चुनाव और 2024 में होने वाले आम चुनाव के मद्देनजर जनजातीय समाज के बीच एक संदेश देने की कोशिश है।
2017 में भी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए हुई थी मुर्मू के नाम की चर्चा
रांची से प्रकाशित एक हिंदी दैनिक के प्रधान संपादक हरिनारायण सिंह कहते हैं कि वर्ष 2017 में भी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए द्रौपदी मुर्मू के नाम की चर्चा हुई थी। दरअसल NDA के नेता नरेंद्र मोदी चौंकाने वाले सियासी निर्णयों के लिए जाने जाते हैं और ऐसे में निर्विवाद राजनीतिक करियर वाली आदिवासी नेत्री द्रौपदी मुर्मू का नाम आगे आना कतई अप्रत्याशित नहीं माना जाना चाहिए। द्रौपदी मुर्मू के पास राज्यपाल के तौर पर 6 साल से भी ज्यादा के कार्यकाल का बेहतरीन अनुभव है। ऐसे में संभव है कि उनकी उम्मीदवारी से एनडीए पूरे देश को कई मायनों में प्रतीकात्मक संदेश देने की कोशिश कर सकती है।