कांग्रेस पार्टी को स्लाइड शो से नसीहत देने वाली प्रशांत किशोर लगता है अब खुद राजनीति में कूदने जा रहे हैं। इशारों—इशारों में उन्होंने अपनी पार्टी का नाम भी ट्वीट संदेश में बता दिया है। लगता है अब तक दूसरी पार्टियों के हार—जीत के गणित बताने वाले पीके अब खुद के लिए प्लानिंग करेंगे और खुद नेता होंगे। प्रशांत किशोर ने अपनी नई पार्टी का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। यही नहीं उन्होंने इशारों-इशारों में अपनी नई पार्टी का नाम भी करीब-करीब जाहिर कर दिया है। पीके ने 2 मई की सुबह-सुबह एक ट्वीट किया। इस ट्ववीट के मजमून के पढ़ेंगे तो काफी कुछ साफ होता दिखेगा। वहीं पीके के नए सिरे से राजनीति में आने के बाद एक सवाल भी खड़ा हो गया है।
पीके के ट्वीट ने मचाई हलचल
पीके ने सोमवार की सुबह एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि ‘लोकतंत्र में एक सार्थक भागीदार बनने और जन-समर्थक नीति को आकार देने में मदद करने की मेरी खोज ने 10 साल एक रोलरकोस्टर (ऊपर-नीचे होते रहने वाला झूला) की सवारी का नेतृत्व किया। अब मुझे लगता है कि मेरे लिए अगला अध्याय लोकतंत्र के वास्तविक मालिकों यानी जनता के पास जाने का समय है। साथ ही इससे जनता के सुशासन- ‘जन सुराज’ को बेहतर ढंग से समझा जा सकेगा। शुरूआत बिहार से।’यानी इस ट्वीट को देखें तो एक तरह से प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी का नाम जन सुराज तय कर दिया है। अगर ये इशारा सही है तो हो सकता है कि पीके की नई पार्टी का नया नाम JSP यानि जन सुराज पार्टी हो। हालांकि इस ट्वीट के बाद ये कयासभर ही है, असली नाम तो पीके के दिमाग में होगा ही होगा।
पीके की नई पार्टी
प्रशांत किशोर के लिए वैसे भी आज का दिन काफी अहम माना जा रहा है, वजह ये है कि उनकी दी हुई डेड लाइन का आखिरी दिन दो मई ही है। हालांकि वो 1 मई को दोपहर में पटना पहुंच गए हैं। चर्चा इस बात की है कि प्रशांत किशोर अपनी पार्टी लांच करने की तैयारी कर रहे हैं। इसकी तैयारी लगभग पूरी हो गई और वो जल्द ही अपनी पार्टी पटना में लांच कर सकते हैं।
पटना में तैयार हो गया ऑफिस!
हाल के दिनों उनकी कांग्रेस के साथ राजनीतिक पारी शुरू करने की खबरों के बीच अब ये नई खबर आ रही है कि प्रशांत किशोर अब अपनी पार्टी लॉन्च करने जा रहे हैं। बताया जा रहा है राजधानी पटना के पॉश इलाके में उनका ऑफिस तैयार हो गया है। पटना में उनका तीन फ्लोर का ऑफिस बन कर तैयार है, हालांकि इसकी अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
पीके की पार्टी और बड़ा सवाल
हाल ही में नीतीश कुमार ने कहा था कि प्रशांत किशोर से उनका संबंध आज का ही थोड़े है। इस बयान से जाहिर था कि प्रशांत किशोर के लिए उनके मन में कहीं न कहीं सॉफ्ट कॉर्नर है। वहीं प्रशांत किशोर की तरफ से भी यही बात मानी जाती है, वो नीतीश को अपना गुरु तक बता चुके हैं। अब सवाल यही है कि क्या पीके की पार्टी बिहार में नीतीश की बी टीम बनकर रह जाएगा या फिर वो वाकई में दोनों ध्रुवों यानि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को टक्कर देंगे?