पाकिस्तान का एक बार फिर चीन के प्रति प्यार जगा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को चीनी राजदूत नोंग रोंग से कहा कि पाकिस्तान और चीन ‘लौह भाई’ (Iron Brothers) हैं और कोई भी शत्रु की ताकत उनकी दोस्ती को कमजोर नहीं कर सकती है। पाक पीएम का यह बयान पाकिस्तान और चीन के बीच एक बैठक के दौरान आई। इस बैठक में दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) परियोजना, कोरोना टीका समेत अन्य सहयोगों पर चर्चा की।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, बैठक में इमरान खान ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई और कोवैक्स सुविधा के तहत टीकों के प्रावधान में पाकिस्तान को चीन के लगातार समर्थन की सराहना की। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि दोनों देश “लौह भाई” हैं और ‘शत्रुतापूर्ण ताकतें’ उनके इस दोस्ती को कमजोर नहीं कर सकती हैं।
पाकिस्तान बस ब्लास्ट और सीपीईसी कॉरिडोर
पाकिस्तान की तरफ से यह बयान खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बस विस्फोट को लेकर चीन द्वारा सीपीईसी प्रोजेक्ट को रोकने के बाद आई है। बता दें कि इस ब्लास्ट में नौ चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद चीन ने दसू जलविद्युत परियोजना पर काम रोक दिया था, जो चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के महत्वपूर्ण हिस्से का हिस्सा है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान ने हमले के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया था, जिसे बाद में आत्मघाती हमलावर होने की पुष्टि की गई थी। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया कि इस्लामी आतंकवादियों के हमले को ‘भारतीय और अफगान सुरक्षा एजेंसियों द्वारा समर्थित’ किया गया था और एक जांच में घटना के संबंध में भारतीय रॉ और अफगान एनडीएस एजेंटों की सांठगांठ का पता चला था। हालांकि भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान के ‘बेतुके’ आरोपों को खारिज कर दिया।
गौरतलब है कि कर्ज में डूबे पाकिस्तान ने बीजिंग से सीपीईसी के तहत स्थापित चीन द्वारा वित्त पोषित ऊर्जा परियोजनाओं के लिए ऋण देनदारियों को माफ करने का अनुरोध किया है। इमरान खान ने बार-बार आश्वासन दिया है कि सीपीईसी परियोजनाओं को समय पर पूरा करना पाकिस्तान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।