पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ‘फासीवादी प्लान’ के तहत इस साल के अंत तक पूरे विपक्षी नेतृत्व को अयोग्य घोषित कराकर 15 साल तक शासन करना चाहते थे। मीडिया में रविवार को आई एक खबर के मुताबिक, पीएमएल-एन के एक वरिष्ठ मंत्री ने यह दावा किया है।
ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने शनिवार को एक टीवी कार्यक्रम में कहा कि उन्हें पहले से जानकारी थी कि इमरान खान पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष व मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी और अहसान इकबाल सहित पूरे विपक्षी नेतृत्व का सफाया करना चाहते थे।
‘खान की इस देश पर हमला करने की फासीवादी योजनाएं थीं’
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्री ने अपने दावा को मजबूत करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने यह घोषणा भी की थी कि उनके राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ मामलों में तेजी लाने के लिए 100 न्यायाधीशों की सेवाएं ली जाएंगी। जब उनसे पूछा गया कि उनकी पार्टी सिर्फ डेढ़ साल के लिए देश का शासन अपने हाथ में लेने को तैयार क्यों हुई? इस पर उन्होंने कहा, “गठबंधन सिर्फ इसलिए बनाया गया है, क्योंकि खान की इस देश पर हमला करने की फासीवादी योजनाएं थीं।”
ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर के इस दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता और पूर्व मंत्री अली हैदर जैदी ने कहा, “खुर्रम दस्तगीर खुले तौर पर स्वीकार कर चुके हैं कि भ्रष्टाचार के मामलों से विपक्ष को बचाने की साजिश के माध्यम से इमरान खान की संवैधानिक रूप से चुनी हुई सरकार को हटाया गया था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ये ठग अब अर्थव्यवस्था को नष्ट कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि इमरान खान को अविश्वास मत में हार मिलने के बाद 9 अप्रैल को पीएम पद से हटा दिया गया था। इसके बाद इमरान खान ने अपनी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए सीधे तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन पर साजिश करने का आरोप लगाया था।