लोकसभा में गुरुवार को चुनावी प्रचार में जुटे आल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (AIMIM) चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हमले का मुद्दा उठाया गया। अपने ऊपर हुए हमले को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि मैं मौत से नहीं डरता। मुझे Z कैटेगरी की सुरक्षा नहीं चाहिए। मुझे घुटन के साथ नहीं जीना, आजाद रहना चाहता हूं। मेरी जुबान रोकने के लिए कौन गोली चलवा रहा है। आरोपियों पर UAPA क्यों नहीं लगाया गया। नफरत करने वालों को गोली पर भरोसा है। कौन सी किताब पढ़कर रैडिकलाइज हुए हमलावार।
लोकसभा में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ‘मैं सरकार से अपील करता हूं कि मुझे z कैटेगरी सिक्योरिटी नहीं चाहिए। मैं आज़ाद ज़िंदगी गुजारना चाहता हूं… मुझे अपनी आवाज़ उठाना है, सरकार किसी की भी हो उनके खिलाफ बोलना है। अगर गोली लगती है तो मुझे कबूल है। मैं सिक्योरिटी नहीं लूंगा। मुझे z कैटेगरी सिक्योरिटी नहीं चाहिए, मुझे A कैटेगरी का शहरी बनाइए ताकि मेरी और आपकी ज़िंदगी बराबर हो… उ.प्र. की जनता गोली चलाने वालों का जवाब बैलेट से देगी, नफरत का जवाब मोहब्बत से देगी।’
बता दें कि, असदुद्दीन ओवैसी पर हमला करने वाले दोनों आरोपियों सचिन, शुभम को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आगे जल्द पुलिस इनकी कस्टडी की मांग करने के लिए कोर्ट में अर्जी देगी।
सरकार ने ओवैसी को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को प्रमुख मुस्लिम नेता एवं हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कमांडो द्वारा ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। एक दिन पहले ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ओवैसी की कार पर गोलियां चलाए जाने की घटना हुई थी।
सूत्रों ने बताया कि ओवैसी की सुरक्षा के लिए 24 घंटे सीआरपीएफ कमांडो तैनात रहेंगे। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय हापुड़ में उनकी कार पर कथित रूप से गोली चलाए जाने की घटना के एक दिन बाद आया है।
ओवैसी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद गुरुवार शाम को दिल्ली लौट रहे थे। एक सप्ताह बाद उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव शुरू होने वाले हैं। बता दें कि, ‘जेड-प्लस’ भारत में उच्च खतरे की आशंका वाले व्यक्ति को प्रदान की जाने वाली उच्चतम श्रेणी की सुरक्षा है।