उत्तर प्रदेश चुनाव में जिन्ना का नाम एक बार फिर से सुर्खियों में है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जिस क्षेत्रीय दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ उत्तर प्रदेश चुनावों के लिए गठबंधन किया है, उस पार्टी के अध्यक्ष ओपी राजभर ने कहा है कि जिन्ना अगर देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो देश का बंटवारा नहीं होता।
राजभर ने कहा, “देश का पहला प्रधानमंत्री जिन्ना को बना दिया गया होता तो भारत का बंटवारा ही नहीं होता। जिन्ना को देश का प्रधानमंत्री ही लोग बना दिए होते, इस बात पर आडवाणी जी के विचार को पढ़िए, अटल जी के विचार को पढ़िए, जो देश के शुभचिंतक हैं उनके विचार को पढ़िए, वो क्यों उनकी (जिन्ना की) तारीफ करते थे?”
राजभर से पहले अखिलेश यादव ने भी जिन्ना की तुलना सरदार पटेल और महात्मा गांधी से की थी और उस समय भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा था। अखिलेश यादव ने देश के बंटवारे के सूत्रधार जिन्ना की तुलना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, एकता के सूत्रधार सरदार पटेल और पहले प्रधानमंत्री नेहरू से की थी।
इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला था। उन्होंने अखिलेश के बयान को शर्मनाक बताया था और कहा था कि अखिलेश की मानसिकता बांटने वाली रही है। उनकी मानसिकता तालिबानी है तथा इस बयान के लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।