देश में कोरोना वायरस संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का खतरा बढ़ता जा रहा है। अब राजधानी दिल्ली में भी ओमिक्रोन का केस मिला है। दिल्ली में यह पहला ओमिक्रोन का केस है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इसकी पुष्टि की है। सत्येंद्र जैन ने बताया कि LNJP अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई गई थी, उनमें से 12 की रिपोर्ट आ गई है। उनमें से एक ओमिक्रोन से संक्रमित पाया गया है। ये यात्री तंजानिया से आया था। ये देश का पांचवां कंफर्म केस है।
गौरतलब है कि महज चार दिन के अंदर ओमिक्रोन वेरिएंट देश के 4 राज्यों में पहुंच गया है। केंद्र ने देश के सभी राज्यों को ओमिक्रोन के खतरे से अलर्ट रहने के लिए कहा है। सभी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर निगरानी बढ़ा दी गई है। संदिग्धों की जांच की जा रही है, सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जा रहे हैं। लेकिन, कई राज्यों में विदेश से आए लोग लापता हो गए हैं। अब तक पांच राज्यों में विदेश से आए 586 यात्री लापता बताए जा रहे हैं, उनकी वजह से प्रशासन की टेंशन बढ़ गई है।
दिल्ली के अलावा तीन और राज्यों में ओमिक्रोन के कंफर्म केस मिले हैं। सबसे पहले बेंगलुरु में ओमिक्रोन वेरिएंट के इंफेक्शन वाले 2 मरीज मिले थे, उनमें से एक अफ्रीका से आया था। अब मुंबई के पास ठाणे में एक मरीज मिला है, वो दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन से लौटा है। इनके अलावा गुजरात के जामनगर में जो मरीज ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है, वह जिम्बाब्वे से लौटा है।
महाराष्ट्र में मिला ओमिक्रॉन से संक्रमित युवक मुंबई के पास कल्याण-डोंबिवली का रहने वाला है। वह साउथ अफ्रीका से दुबई गया था, फिर दिल्ली आया और फिर दिल्ली से 24 नवंबर को मुंबई एयरपोर्ट पर उतरा। उसे कल्याण के कोविड केयर सेंटर में रखा गया है। मुंबई उतरते वक्त उसे हल्का बुखार था और उसने कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाई थी।
केंद्र ने ओमिक्रोन पर राज्यों को अलर्ट किया है। उनसे अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों पर निगरानी रखने, संदिग्ध केस की पहचान कर जीनोम सीक्वेंसिंग कराने, कॉन्टैक्ट ट्रेस कर लोगों को आइसोलेट करने, उभरते हॉट स्पॉट की कड़ी निगरानी करने और स्वास्थ्य ढांचे की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए कहा गया है।