उत्तर कोरिया ने रविवार को बयान जारी कर उसके परमाणु कार्यक्रम की आलोचना को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को चेतावनी दी। उल्लेखनीय है कि UNSC की शुक्रवार को बंद कमरे में हुई बैठक में फ्रांस ने एक बयान का मसौदा सदस्य देशों के साथ साझा किया था, जिसमें उत्तर कोरिया के मिसाइल कार्यक्रम पर चिंता जताई गई है और उससे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का पूरी तरह से अनुपालन करते हुए अपने बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण पर रोक लगाने को कहा गया है।
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी जो चोल सू ने रविवार को चेतावनी दी कि ‘‘सुरक्षा परिषद को यह समझ लेना चाहिए कि उसकी संप्रभुता में अतिक्रमण करने की कोशिश के भविष्य में क्या नतीजे होंगे।’’ सरकारी मीडिया में प्रसारित बयान के मुताबिक, जो चोल सू ने संयुक्त राष्ट्र के निकाय पर दोहरा मानदंड अपनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि विश्व निकाय अमेरिका और उसके साझेदारों के प्रति इसी तरह के हथियार परीक्षण पर समान रुख नहीं अपना रहा है। गौरतलब है कि करीब छह महीने तक शांत रहने के बाद उत्तर कोरिया ने सितंबर में फिर से नयी विकसित परमाणु मिसाइलों का परीक्षण शुरू किया, जो परमाणु अस्त्र ले जाने में सक्षम है और जिनकी जद में अमेरिका के सहयोगी दक्षिण कोरिया तथा जापान हैं।
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया से सशर्त वार्ता की पेशकश की है। कुछ विशेषज्ञों का मनना है कि यह पेशकश ऐसा माहौल बनाने की कोशिश हो सकती है, जिसमें वह अमेरिका से उत्तर कोरिया पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों में ढील देने के लिए कहे।