पूरी दुनिया का ध्यान इन दिनों अफगानिस्तान पर लगा हुआ है, क्योंकि वहां तालिबान का आतंकी शासन शुरू हो गया है। आतंकी शासन की वजह से दुनियाभर के देश अपने नागरिकों को वहां से निकालने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं इस बीच संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियारों के जखीरों में फिर से वृद्धि कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया अपने मुख्य परमाणु रिएक्टर का संचालन एक बार फिर सक्रिय कर दिया है। बता दें कि ये परमाणु रिएक्टर 2018 दिसंबर के बाद से बंद पड़ा था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया अमेरिका के साथ लंबे समय से चल रही निष्क्रिय परमाणु नीति के बीच एक बार फिर से अपनी परमाणु ताकत को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की वार्षिक रिपोर्ट योंगब्योन में उत्तर कोरिया के मुख्य परमाणु परिसर में पांच मेगावाट के रिएक्टर से संबंधित है, जो कि प्योंगयांग के उत्तर में स्थित है। ये रिएक्टर यूरेनियम के साथ परमाणु हथियार बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले प्लूटोनियम का उत्पादन करता है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जुलाई की शुरुआत से रिएक्टर का संचालन शुरू किया गया है, जिसकी वजह से ठंडे पानी के निर्वहन समेत कई अन्य संकेत मिले हैं।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि फरवरी 2021 से जुलाई 2021 तक योंगब्योन की रेडियोकेमिकल लैब के शुरू होने के संकेत मिले थे। उत्तर कोरिया के रिएक्टर से निकलने वाले विकिरणित ईंधन के संकेत पहले किए अभियानों की तरह ही है।
रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया की परमाणु गतिविधियां दुनिया के लिए चिंता का कारण बनी हुई हैं। वहीं रिएक्टर और रेडियोकेमिकल लैब के संचालन के नए संकेत से दुनिया भर के देशों की परेशानी बढ़ सकती है, क्योंकि उत्तर कोरिया में तानाशाही शासन चल रहा है।
संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी ने कहा है कि ऐसा लग रहा है कि उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियारों को बढ़ाने के लिए अपने मुख्य परमाणु रिएक्टर का संचालन शुरू किया है।