बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के वर्ष 1947 में देश को मिली आजादी को ‘भीख’ बताने वाले बयान पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी तोड़ी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कंगना के बयान को हास्यास्पद करार देते हुये कहा कि सभी जानते हैं कि देश को आजादी कब मिली थी। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कंगना रनौत के आजादी वाले बयान के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘‘इसका कोई मतलब नहीं है। हमें आश्चर्य लगता है कि ऐसे लोगों की बात को पब्लिश कैसे किया जाता है। इन सब चीजों का क्या महत्व है।’’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘व्यक्ति के बारे में आप कह ही नहीं सकते हैं कि कौन क्या बोलेगा। ऐसे चीजों पर कोई ध्यान भी देता है क्या? कौन नहीं जानता है कि (देश की) आजादी कब हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे बयानों को कोई महत्व नहीं देकर मजाक उड़ा देना चाहिये था। कुछ लोगों की आदत होती है, हम ऐसे लोगों पर ध्यान नहीं देते हैं।’’
अभिनेत्री ने हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि भारत को 2014 में अपनी स्वतंत्रता मिली जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में आए और 1947 में जो मिला वह एक ‘भीख’ था। हाल ही में बिहार में जहरीली शराब के सेवन से लगभग 47 लोगों की मौत के संबंध में एक प्रश्न के उत्तर में नीतीश ने कहा कि कल हमलोग शराबबंदी को लेकर विस्तृत समीक्षा करेंगे और इस बैठक में सभी जिलों से विस्तृत जानकारी ली जायेगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हिंदुत्व वाले बयान पर पूछे गये सवाल पर नीतीश ने कहा कि ये उन्हीं से पूछिये, वही पूरा बतायेंगे। उन्होंने कहा कि इन सब चीजों पर क्या चर्चा करना है, कुछ लोग कुछ बोलकर चर्चा में बने रहना चाहते हैं और उनको काम में रूचि नहीं है। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 121 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए।