मुख्तार अब्बास नकवी ने केंद्रीय मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद से ही उनके उपराष्ट्रपति बनने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। हालांकि उपराष्ट्रपति पद को लेकर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नाम भी सुर्खियों में है। अब देखना यह है कि नकवी को कौनसी जिम्मेदारी मिलने वाली है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने केंद्रीय मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने का बाद नकवी प्रधानमंत्री मोदी से मिलने पहुंचे। बतौर राज्यसभा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी का कार्यकाल आज 7 जुलाई को खत्म हो रहा है। चर्चा यह भी है कि नकवी को बीजेपी संगठन में कोई नई जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।
बीजेपी नकवी को दे सकती हो कोई बड़ी भूमिका
मुख्तार अब्बास नकवी मोदी कैबिनेट में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री थे। इसके अलावा वह राज्यसभा में उपनेता भी थे। इस्तीफे से पहले मुख्तार अब्बास नकवी ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी। इस मुलाकात में क्या चर्चा हुई, इस पर बीजेपी की ओर से कुछ नहीं बताया गया है, लेकिन कहा जा रहा है कि नकवी बहुत जल्द किसी नई और बड़ी भूमिका में नजर आ सकते हैं। उपराष्ट्रपति पद के लिए भी उनका नाम आगे किया जा सकता है। बता दें कि नकवी 2010 से 2016 तक यूपी से राज्यसभा सदस्य रहे। 2016 में वे झारखंड से राज्यसभा भेजे गए थे।
राज्यसभा के लिए नहीं बनाए गए थे उम्मीदवार
नकवी को भाजपा (BJP) ने पिछले दिनों हुए राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में कहीं से भी उम्मीदवार नहीं बनाया था। फिलहाल, नकवी के भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही हैं। माना जा रहा है कि नकवी का नाम उपराष्ट्रपति से लेकर कई अन्य राज्यों के गवर्नर या एलजी के तौर पर चल रहा है। बता दें कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन शुरू हो चुका है, संभावना है कि एनडीए जल्दी ही अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान करेगा।
पीएम मोदी ने बैठक में की थी सराहना
सूत्रों के अनुसार कल बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रीमंडल की बैठक में पीएम मोदी ने देश और लोगों की सेवा के लिए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) और राम चंद्र प्रसाद सिंह (RCP Singh) के योगदान की सराहना की थी।
उपराष्ट्रपति की रेस में इन नामों पर चर्चा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्तार अब्बास नकवी के अलावा केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, पूर्व केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी उपराष्ट्रपति पद की रेस में हैं। नकवी का राज्यसभा में कार्यकाल आज समाप्त हो रहा है। नकवी और राजनाथ सिंह ये दोनों हाल के समय में ऐसे मंत्री रहे, जो अटलजी की सरकार में भी थे। वैसे देखा जाए तो हाल के दशक में हामिद अंसारी भी उपरराष्ट्रपति रहे, जो अल्पसंख्यक समुदाय से थे। मुख्तार अब्बास नकवी 2010 से 2016 तक यूपी से राज्यसभा सदस्य रहे। 2016 में वह झारखंड से राज्यसभा भेजे गए। नकवी पहली बार 1998 में लोकसभा का चुनाव जीते और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाए गए थे।
नेजमा हेपतुल्ला के इस्तीफे के बाद बने थे अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री
इसके बाद 26 मई 2014 में वह मोदी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री बने। 12 जुलाई 2016 को नजमा हेपतुल्ला के इस्तीफे के बाद उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार मिला। वह 30 मई 2019 को मोदी कैबिनेट में शामिल हुए और अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय बना रहा।