महाराष्ट्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा रखा है. तेज बारिश के कारण यहां बाढ़ आ गई है जिसमें फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना और नौसेना को उतारा गया है. तेज बारिश के चलते कोंकण, रायगड, रत्नागिरी, पालघर और ठाणे जिलों के कुछ इलाकों में स्थिति बहुत खराब है. राज्य में पिछले 48 घंटे के दौरान भूस्खलन समेत वर्षाजनित घटनाओं के कारण 129 लोगों की मौत हो गई. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार शाम यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा, ‘‘तटीय रायगढ़ जिले में महाड तहसील के एक गांव के नजदीक भूस्खलन होने के कारण 38 लोगों की मौत होने के साथ ही महाराष्ट्र में पिछले 48 घंटे के दौरान वर्षाजनित घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 129 हो गयी है.’’
भूस्खलन के अलावा बाढ़ के पानी में बह जाने के कारण भी कई लोगों की मौत हो गयी. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के सतारा जिले में बारिश की वजह से 27 लोगों की मौत हो गयी. इसके अलावा गोंडिया और चंद्रपुर जिले में भी कुछ लोगों के मरने की सूचना मिली है. यह हादसा रायगढ़ जिले के महाड तहसील के तलाई गांव में बृहस्पतिवार शाम को हुआ.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘भूस्खलन वाली जगह से अब तक 36 शव बरामद किए गए हैं.’’ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), स्थानीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें राहत एवं बचाव अभियान में जुटी हुई हैं. सतारा ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार बंसल ने कहा कि बृहस्पतिवार की रात सतारा की पाटन तहसील के अंबेघर और मीरगांव गांवों में भी भूस्खलन हुआ, जिसमें कुल आठ घर दब गए.
स्थानीय लोगों के मुताबिक इन हादसों में किसी व्यक्ति की मौत की कोई पुष्टि अभी तक नहीं हुई है. इसके अलावा तटीय रत्नागिरी जिले में हुए भूस्खलन में 10 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. इस बीच मौसम विभाग (आईएमडी) ने राज्य के वर्षा ग्रस्त छह जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए अत्यधिक बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए एहतियाती उपायों की अनुशंसा की है.
अगले 24 घंटों के लिये तटीय कोंकण इलाके में रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के साथ ही पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे, सतारा और कोल्हापुर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि घाट इलाकों में कुछ जगहों पर बेहद भारी बारिश होने की काफी संभावना है.