महाराष्ट्र सरकार के बागी नेता एकनाथ शिंदे गुवाहाटी के होटल से बाहर निकले हैं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात भी की। उन्होंने कहा कि हम शिवसेना में हैं और शिवसेना में ही रहेंगे। हम बाला साहेब के हिंदुत्व की विचारधारा के साथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने साफ कर दिया कि वह हिंदुत्व के मुद्दे पर ही आगे बढ़ रहे हैं और जल्द से जल्द मुंबई जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम शिवसैनिक हैं, गद्दार नहीं हैं। हम तो शिवसेना को आगे लेकर जा रहे हैं। हिंदुत्व के मुद्दे पर हम कोई समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि मेरे पास 50 विधायक हैं।
राउत की बयानबाजी जारी
एक तरफ एकनाथ शिंदे ने मुंबई वापस लौटने के संकेत दिए हैं। वहीं दूसरी ओर शिवसेना नेता संजय राउत की बयानबाजी जारी है। आज ही उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि जहालत एक किस्म की मौत है और जाहिल लोग चलती-फिरती लाशें हैं। इससे पहले भी उन्होंने बागियों पर तंज कसे थे। उन्होंने कहा था कि जो 40 लोग गुवाहाटी गए हैं वे प्रेत हैं.. मुर्दा हैं.. उनकी बॉडी ही यहां (मुंबई )आएगी। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि गुवाहाटी से सीधे 40 विधायकों के शरीर ही मुंबई आएंगे।
40 लोगों की बॉडी आएगी, आत्मा नहीं-राउत
संजय राउत ने बागी विधायकों को विधानसभा की सदस्यता छोड़कर नए सिरे से चुनाव का सामना करने की चुनौती देते हुए यह बात कही थी। एक कार्यक्रम में संजय राउत ने कहा कि गुवाहाटी से सीधे 40 विधायकों के शरीर ही मुंबई आएंगे। उन्होंने कहा था कि ये जो 40 लोग वहां गए हैं ना, उनकी बॉडी ही यहां आएगी, आत्मा नहीं आएगी। राउत ने कहा कि वो वहां तड़प रहे हैं। जब ये (बागी विधायक) यहां (मुंबई) उतरेंगे तो ये मन से जीवित नहीं रहेंगे, उनको पता है ये जो आग लगाई है उस आग में क्या हो सकता है। राउत ने कहा कि आकर दिखाओ, मेरा चैलेंज है।
लोग अपना बाप बदल लेते हैं: राउत
इससे पहले राउत ने कहा था कि बागी विधायकों का जमीर मर गया है। हम लोग कभी अपना बाप नहीं बदलते। लोग अपना बाप बदल देते हैं और बेईमान होते हैं। राउत ने ये भी कहा है कि गुवाहाटी के होटल में बैठा हर आदमी हमारा है। पार्टी से भागने वालों का जमीर मर गया है। संजय राउत के इस बयान के बाद महाराष्ट्र में उनके खिलाफ प्रदर्शन भी हुए थे। बाप वाले बयान को लेकर जलगांव में राउत के खिलाफ प्रदर्शन हुआ था और इस पर शिंदे गुट के समर्थकों का कहना था कि वह किसी तरह की धमकी से डरने वाले नहीं हैं।