महाराष्ट्र के शाहपुर के बाद अब मुंबई से सटे विरार इलाके में बर्डफ्लू का मामला सामने आया है। पिछले कुछ दिनों से विरार के अर्नाला और बटार इलाके में मुर्गी अचानक मर रही थीं। जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद प्रशासन हरकत में आया था। इस इलाके में अबतक 2300 मुर्गियों को मारकर दफनाया गया है। अर्नाला और बटार के 1 किलो मीटर परिसर में पशू विभाग ने कोंबिंग ऑपरेशन शुरु किया था। विरार में स्थित सभी पोल्ट्री फार्म और चिकन की दुकानों से मुर्गियों, अंडों को जब्त किया जा रहा है।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एवियन इंफ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) का मामला आने के कई दिनों के बाद पड़ोसी जिले पालघर के वसई विरार इलाके के मुर्गी पालन केंद्र की मुर्गियों में भी इस संक्रमण की पुष्टि हुई है। एक अधिकारी ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को यह जानकारी दी। पालघर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रशांत कांबले ने बताया कि मुर्गी पालन केंद्र (पोल्ट्री फार्म) की कुछ मुर्गियां मृत मिली थीं जिसके बाद उनके नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था।
उन्होंने बताया, ‘जांच के नतीजे शुक्रवार रात को आए जिसमें मुर्गियों के एच5 एन1 वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।’ कांबले ने हालांकि, दावा किया कि स्थिति गंभीर नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट नहीं किया कि पोल्ट्री फार्म की कितनी मुर्गियां मरी हैं। उल्लेखनीय है कि इस सप्ताह के शुरुआत में ठाणे जिले के शाहपुर तहसील स्थित वेहलोली गांव के पोल्ट्री फार्म में करीब 100 पक्षियों की मौत हुई थी जिनके नमूनों की जांच में उन्हें बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई थी। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद जिला प्रशासन ने एक किलोमीटर के दायरे में मौजूद मुर्गी पालन केंद्रों की करीब 25 हजार पक्षियों को मारने का आदेश दिया था।