कोरोना के नए वेरिएंट की आहट के बीच बोत्सवाना से आई महिला को आखिरकार जबलपुर में खोज लिया गया है। बोत्सवाना निवासी महिला जबलपुर में आर्मी के कॉलेज ऑफ मटेरियल मैनेजमेंट यानी सीएमएम में ट्रेनिंग के लिए आई है। यह महिला 18 नवंबर को जबलपुर आई थी। जबलपुर के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. रत्नेश कुरारिया ने कहा, ‘‘बोत्सवाना दूतावास के एक अधिकारी ने हमें फोन पर बताया कि महिला जबलपुर में एक सैन्य संस्थान में पृथकवास में है। हमने दूतावास से उसका मोबाइल नंबर और स्थानीय संपर्क देने के लिए कहा है।’’
फिलहाल इस महिला का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया गया है। जबलपुर के स्वास्थ्य विभाग ने चौबीस घंटे की कवायद के बाद बोत्सवाना निवासी खुनो ओरमीत सेल्यन को सीएमएम से खोज निकाला। सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुरारिया के मुताबिक महिला ने जबलपुर आने के बाद कोरोना के सभी प्रोटोकॉल का पालन किया है। महिला न केवल 10 दिन क्वारंटीन में थीं बल्कि दिल्ली से आरटी-पीसीआर टेस्ट करवा कर रवाना हुई थीं। उसमें कोरोना के कोई लक्षण भी नहीं मिले हैं लेकिन एहतियातन फिर से आरटी-पीसीआर टेस्ट करवा गया है।
बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका में एक भूमि से घिरा देश है जहां कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन का पता चला है। डॉ. कुरारिया ने बताया कि निगरानी प्रक्रिया के तहत केंद्र सरकार नियमित रूप से विदेश से जबलपुर आने वाले आगंतुकों की सूची उपलब्ध करा रही है।
उन्होंने बताया कि पिछले माह ब्रिटेन से 164 लोगों ने जबलपुर को दौरा किया था। उनसे भी संपर्क किया गया और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल की गई। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला पिछले साल 30 मार्च को जबलपुर में सामने आया था। दुबई और जर्मनी से लौटे तीन लोग संक्रमित पाए गए थे। विश्व स्वास्थ्य सगंठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को, इसे चिंताजनक स्वरूप बताया और इसे ओमीक्रोन नाम दिया।