लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पार्टी को मजबूत करने के लिए सदस्यों को नियुक्त किए हैं। पार्टी प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि अगले महीने से उनकी पार्टी देशव्यापी सदस्यता अभियान का आयोजन करने जा रही है। इसके अलावा पशुपति कुमार पारस ने अक्टूबर में जम्मू-कश्मीर जाने का ऐलान किया है। जहां वे एक विशाल रैली में भाग लेंगे। पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि उनकी पार्टी एनडीए के साथ जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ सकती है।
बता दें, अभी हाल ही में पार्टी में मचे भारी घमासान के बाद पशुपति कुमार पारस ने खुद को पार्टी का नया अध्यक्ष घोषित कर लिया था। जिसका उनकी पार्टी के 5 सांसदों ने समर्थन किया था। इसके बाद लोकसभा में भी उन्हें ही लोक जनशक्ति पार्टी के नेता के रूप में मान लिया गया था। बाद में पार्टी कोटे से उनको कैबिनेट में भी जगह मिल गई है। अब वे पार्टी को आगे बढ़ने के लिए सदस्यता अभियान चलाने जा रहे हैं।
इसकी शुरुआत वे जम्मू-कश्मीर से कर रहे हैं। अक्टूबर में लोक जनशक्ति पार्टी जम्मी-कश्मीर में एक बड़ी रैली का आयोजन करने जा रही है। जिसमें पार्टी अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस भी शामिल होंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही जम्मू-कश्मीर में चुनाव हो सकते हैं। ऐसे में पशुपति कुमार पारस अपनी पार्टी को मजबूत कर एनडीए का हिस्सा बन राज्य में चुनाव लड़ने की कोशिश कर सकते हैं।
इससे पहले लोक जनशक्ति पार्टी में मचे घमासान के बाद (लोजपा) के छह लोकसभा सदस्यों में से पांच ने दल के मुखिया चिराग पासवान को संसद के निचले सदन में पार्टी के नेता के पद से हटाने का समर्थन कर दिया था। जिसके बाद चिराग की जगह उनके चाचा पशुपति कुमार पारस को इस पद के लिए चुन लिया था।
बता दें, रामविसाल पासवान को राजनीति का सबसे बड़ा मौसम वैज्ञानिक कहा जाता था। मगर उनके बेटे चिराग पासवान घर और पार्टी के अंदर बदलती हवा को भी पकड़ नहीं पाए थे। जिसका नतीजा चिराग तले बगावत हो गई थी।