पिछले एक हफ्ते से लता मंगेशकर मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट हैं और इनका इलाज़ चल रहा है। डॉक्टर, जो लता जी का इलाज कर रहे हैं उनके मुताबिक, लता जी अभी भी आईसीयू में हैं, अभी भी लता जी को देखभाल की जरूरत है। यही वजह है कि उन्हें आईसीयू में डॉक्टर की निगरानी में रखा गया है।
लता जी कोरोना के साथ-साथ निमोनिया से भी पीड़ित है, इसलिए लता जी डॉक्टर की निगरानी में कुछ और दिन रहेंगी। लता मंगेशकर को कितने दिन अस्पताल में रहेंगी, कह पाना अभी मुश्किल है।
डॉक्टर ने ये भी कहा कि उनके रिकवर होने के लिए लोगो से प्रार्थना करने की जरूरत है। तबीयत दोबारा खराब हुई है, लेकिन डॉक्टर की टीम लता जी की देखभाल कर रही है। किसी को मिलने की अनुमति नहीं है।
नवंबर 2019 में, मंगेशकर को सांस लेने में कठिनाई की शिकायत के बाद उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्हें निमोनिया हो गया था। 28 दिनों के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
मंगेशकर ने अपने करियर की शुरुआत 1942 में 13 साल की उम्र में की थी और सात दशक से अधिक के करियर में उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने गाए हैं। उनके कुछ सबसे पसंदीदा ट्रैक में “अजीब दास्तान है ये”, “प्यार किया तो डरना क्या”, “नीला असमन सो गया” और “तेरे लिए” हैं।
भारतीय सिनेमा के महानतम गायकों में से एक मंगेशकर को 2001 में भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न मिला। वह पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहब फाल्के पुरस्कार और कई राष्ट्रीय पुरस्कारों सहित कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित हैं।