हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के मुख्य गेट पर खालिस्तान समर्थक झंडे दिखने से हड़कंप मच गया। धर्मशाला में स्थानीय लोगों ने इस बात की जानकारी प्रशासन को दी, इसके बाद झंडे को हटाने की कार्रवाई की गई। दरअसल, सिख फॉर जस्टिस संगठन के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हिमाचल के सीएम को खत लिखते हुए खालिस्तानी झंडे लगाने की धमकी दी थी। पन्नू ने खत में धमकी देते हुए कहा था कि वह शिमला में जरनैल सिंह भिंडरावाले और खालिस्तान का झंडा फहराएगा।
पुलिस ने तुरंत हटवाए खालिस्तानी झंडे
धर्मशाला में हिमाचल विधानसभा के मेन गेट के साथ ही चारदीवारी पर भी खालिस्तानी झंडे लगाने की घटना सामने आई है। स्थानीय लोगों ने सुबह पुलिस को खालिस्तानी झंडों के लगे होने की जानकारी दी। कांगड़ा के एसपी कुशल शर्मा ने इस मामले पर कहा कि यह घटना देर रात या बड़े सवेरे हुई है। पुलिस ने फौरन विधानसभा गेट से खालिस्तानी झंडे हटवा दिए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि यह किसी पंजाब से आए यात्री की हरकत हो सकती है। हम आज इस घटना के सिलसिले में केस दर्ज कर रहे हैं।
धर्मशाला एसडीएम शिल्पी बेक्टा ने कहा कि हमें हिमाचल विधानसभा की दीवारों के विरूपण होने की सूचना मिली थी। यहां पुलिस अधिकारी पहले ही मौजूद थे। मामले में प्राथमिकी जांच शुरू कर दी गई है। हम हिमाचल सार्वजनिक संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत मामला दर्ज़ करेंगे। हम जांच पूरी होने तक कुछ नहीं कह सकते।