पूर्व केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने बुधवार को कहा कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की कोई ‘‘संभावना’’ नहीं है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का केंद्रीय नेतृत्व राज्य में विकास गतिविधियों और कोविड-19 से निपटने के प्रयासों से संतुष्ट है. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सीएम बीएस येडियुरप्पा की जगह नए नेतृत्व को सत्ता देने के कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि, येडियुरप्पा खुद इस्तीफा देने से साफ इनकार कर चुके हैं.
राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच बेंगलुरु उत्तर से भाजपा सांसद गौड़ा ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि नेतृत्व परिवर्तन के बारे में चल रही चर्चा में कोई सच्चाई है क्योंकि ये ऐसे निर्णय हैं जो हमारे केंद्रीय स्तर के नेताओं द्वारा राज्यों में राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिए जाते हैं.’’
उन्होंने कहा कि उनके पास जानकारी है कि मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को ‘‘मौजूदा स्थिति’’ के बारे में विस्तृत तौर पर अवगत कराये जाने के बाद अब तक ऐसा कोई निर्णय नहीं हुआ है. गौड़ा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा उठाए गए कदम और विकास गतिविधियों में कर्नाटक की प्रगति की सराहना की गई है और उन्हें हटाने का कोई कारण नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि नेतृत्व परिवर्तन की कोई संभावना नहीं है. ये सभी अटकलें हैं.’’
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील की उस कथित ऑडियो, जिसमें उन्होंने नेतृत्व परिवर्तन और एक नई टीम के गठन की ओर इशारा किया है, के बारे में पूछे जाने पर गौड़ा ने कहा कि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि उन्होंने खुद इसे फर्जी बताकर इसे खारिज कर दिया है.
गौड़ा ने कहा कि राज्य के लोग येदियुरप्पा की नीतियों और उनके ‘‘शासन के तरीके’’ के कारण उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि नेतृत्व परिवर्तन की कोई संभावना नहीं है. बाकी राष्ट्रीय स्तर के नेताओं पर छोड़ दिया गया है.’’