‘हम जी हुजूर 23 नहीं हैं, ये तो बात सपष्ट है, हम अपनी बात रखेंगे और रखते जाएंगे, अपनी मांगें दोहराएंगे’, वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बुधवार को कांग्रेस हाईकमान को सख्त संदेश देते हुए ये बात कही। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि जो कांग्रेस के लोग हमें छोड़कर चले गए हैं वो वापस आ जाए क्योंकि कांग्रेस ही ऐसी विचारधारा है जो इस देश की बुनियाद है जिसके आधार पर हमारी रिपब्लिक बनी थी उसको बरकरार कर सकती है। हमारे एक वरिष्ठ सहयोगी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (cwc) की मीटिंग के लिए कांग्रेस अध्यक्षा को लिखा था ताकि जो हम पब्लिक में नहीं कह सकते वो उनके सामने कह सकें। कम से कम cwc में इस बात पर चर्चा तो हो कि क्यों इस तरह की स्थिति बन चुकी है, हम ऐसे लोग नहीं है जो कांग्रेस पार्टी कि विचारधारा को छोड़कर दूसरी जगह चले जाएं। लेकिन यह विडंबना है कि जो लोग इनके खासमखास थे वे लोग इनको छोड़कर चले गए, लेकिन ये समझते हैं कि इनके खासमखास नहीं हैं वे आज भी इनके साथ खड़े हैं, यह कांग्रेस पार्टी की विडंबना है। इस स्थिति में मैं यही कहूंगा कि हिंदुंस्तान के हर कांग्रेस कार्यकर्ता को यही सोचना चाहिए कि पार्टी आगे कैसे बढ़े और कैसे इसको मजबूत किया जा सकता है। मैं तो यह भी कहूंगा कि जो कांग्रेस कार्यकर्ता हमें छोड़कर चले गए हैं वे वापस आएं। कांग्रेस ही एक ऐसी विचारधारा है जो इस देश की बुनियाद है उसको बरकरार रख सकती है। कांग्रेस पार्टी ही अकेले इस गणतंत्र को बचा सकती है। मौजूदा सरकार इसको बर्बाद करने में लगी हुई है।
कपिल सिब्बल ने कहा कि चीन ने हमारी सीमा में घुसपैठ की है, अफगानिस्तान में हुए बदलाव से जम्मू कश्मीर में सुरक्षा पर खतरा है, लाखों लोग गरीबी में जा चुके हैं, बेरोजगारी दर बढ़ रही है, सरकार बहूमूल्य संपत्ति को बेच रही है, ऐसी स्थिति में कांग्रेस पार्टी इस स्थिति में आ चुकी है जो निऱाशाजनक है, हमें मिलकर लड़ने की जरूरत थी ऐसी सरकार के खिलाफ जो दिल्ली में बैठी हुई है लेकिन उसके पास एक दिन भी सरकार चलाने का अधिकार नहीं है। इस स्थिति में क्या हो रहा है, हमारे लोग हमें छोड़कर जा रहे हैं, सुष्मिता जी चली गईं, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री चले गए, उनके साथ कई और लोग चले गए, जितिन प्रसाद जी को मंत्रालय मिल गया, सिंधिया जी पहले ही चले गए थे, हमारे एक पूर्व अध्यक्ष के बेटे ने कांग्रेस छोड़ दी, ललितेश त्रिपाठी उत्तर प्रदेश से चले गए, हरियाणा में कुछ लोग चले गए, केरल में पूर्व पीसीसी प्रेसिडेंट सुधीरन चले गए, तो सवाल उठता है कि क्यों जा रहे हैं। हमारी पार्टी में फिलहाल कोई अध्यक्ष नहीं है, हमें अभी तक नहीं पता कि कौन इस तरह के निर्णय ले रहा है।
कपिल सिब्बल ने कहा कि मैं पंजाब के बारे में बात नहीं करना चाहता, लेकिन एक सीमावर्ती राज्य में इस तरह कांग्रेस पार्टी के लिए यह सब हो रहा है और इसका मतलब है कि इससे पाकिस्तान और आईएसआई को फायदा होगा। हमें पंजाब का इतिहास पता है और जानते हैं कि कैसे वहां कट्टरपंथ बढ़ता है। हमें पता है कि सीमा पार की ताकतें किस तरह से पंजाब में परिस्थितियों का फायदा उठाती हैं। यही ताकतें इस समय हमारी देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती हैं। कांग्रेस पार्टी को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि वे एकजुट रहें और अगर किसी को कोई परेशानी हो तो उसे पार्टी के वरिष्ठतम नेता के साथ डिस्कस किया जाए। संगठनात्मक ढांचे को बनाने की जरूरत है और अगर कोई अध्यक्ष होता और चुनी हुई cwc होती तो ही यह संभव होता।
कोई ऐसी वजह नहीं है, वजह तो इतनी ही है कि हम समझते हैं कि कांग्रेस को हम कमजोर होते देख नहीं सकते, हम कितने समय से इंतजार कर रहे हैं और फिर इंतजार करने की भी तो हद होती है, हम तो उन लोगों में से हैं जो कांग्रेस के साथ हमेसा खड़े रहेंगे, हमने कभी कांग्रेस के खिलाफ बयान नहीं दिया और आज भी नहीं दे रहे हैं, आज भी यही कह रहे हैं कि कांग्रेस को मजबूत करिए, लोगों की बात सुनिए, संगठन को मजबूत करिए, जो घटनाएं पंजाब में हो रही थी उनपर हमने आजतक कुछ नहीं कहा और किसी ने कोई टिप्पणी नहीं की। नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस में लाने और उनके जाने का जवाब नहीं दूंगा क्योंकि इस तरह की बातें cwc प्लेटफॉर्म पर होनी चाहिए, पब्लिकली नहीं। कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता किसी के खिलाफ हो ही नहीं सकते, किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। साफ जाहिर है कि कांग्रेस का अभी कोई प्रेसिडेंट नहीं है।