कन्नौज। लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में सोमवार को उत्तर प्रदेश के 13 सीटों पर मतदान हुआ। सबकी नजर कन्नौज पर रही। कन्नौज लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव का मुकाबला भाजपा के सुब्रत पाठक से हुआ।
कन्नौज को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता था। हालांकि पार्टी को 2019 के चुनाव में यहां भाजपा के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। अब अखिलेश यादव के सामने कन्नौज सीट वापस लेने की चुनौती है। 1998 से 2019 तक लगातार पांच बार कन्नौज लोकसभा सीट पर सपा का दबदबा रहा था।
अखिलेश यादव का दावा-जीत रहा है इंडिया अलायंस
अखिलेश यादव ने सोमवार की शाम कहा, “इंडिया अलायंस जीत रहा है। शुरुआत दौर में कुछ ईवीएम में परेशानी थी, उसे ठीक किया गया। बहुत अधिक वोट पड़ रहा है। जो लोग सोचते हैं कि खोट से जीत जाएंगे, उन्हें जनता वोट से हराएगी। बीजेपी के लोगों का जो काम रहा है 10 साल का उसमें जनता को धोखा मिला है। उनकी हर बात जुमला निकली।”
अखिलेश यादव डरते-डरते ही सही कन्नौज आ गए: सुब्रत पाठक
उत्तर प्रदेश के कन्नौज से भाजपा उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने कहा, “देश की जनता नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री चुनने जा रही है। मुझे जमीन पर साफ दिखाई पड़ा है। राहुल गांधी अमेठी से डरकर पहले वायनाड फिर राबबरेली चले गए। अखिलेश यादव डरते-डरते ही सही कन्नौज आ गए।
अखिलेश यादव ने की मतदान की अपील
अखिलेश यादव ने लोगों से मतदान की अपील की है। उन्होंने लोगों से अपने भविष्य के लिए वोट डालने के लिए कहा है।
अखिलेश यादव 2000 में कन्नौज से बने थे सांसद
अखिलेश यादव 2000 में सबसे पहले इसी सीट से चुनाव लड़कर सांसद बने थे। मुलायम सिंह यादव ने 1999 में दो सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें कन्नौज भी शामिल था। वह दोनों जगह विजयी हुए। उन्होंने कन्नौज सीट खाली कर दी, जिससे उपचुनाव हुआ। 2012 में कन्नौज में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को निर्विरोध जीत मिली थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद अखिलेश यादव ने सीट खाली की थी। इसके बाद उपचुनाव हुआ था।
2019 में सुब्रत पाठक ने डिंपल यादव को हराया
2019 के आम चुनाव में भाजपा के सुब्रत पाठक को कन्नौज में जीत मिली थी। सुब्रत ने डिंपल यादव को 12,353 मतों के अंतर से हराकर लोगों को चौंका दिया था। सुब्रत पाठक का दावा है कि इस बार वह अखिलेश यादव को हराएंगे। सुब्रत पाठक 2009 से लगातार कन्नौज से चुनाव लड़ रहे हैं। 2009 में वह 1.5 लाख वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे। 2014 में 4.69 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर थे।