4 जुलाई को मुंबई कोर्ट ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को गीतकार जावेद अख़्तर के डिफमिनेशन केस के सिलसिलें में पेश होने का आदेश दिया है। दरअसल इससे पहले कंगना को 27 जुलाई को मुंबई कोर्ट के सामने पेश होना था, लेकिन उस दिन वो नहीं आई थीं। इसलिए जावेद अख़्तर के वकील जय भरद्वाज ने कोर्ट से कहा कि कंगना कई बार पेश नहीं हुई हैं, इसलिए उनके ख़िलाफ़ गैर जमानती वारंट जारी किया जाए।
जावेद अख़्तर ने किया था मानहानि का केस
इस पर कंगना के वकील का कहना है कि वे इस बार 4 जुलाई को होने वाले मुंबई कोर्ट की पेशी में ज़रूर शामिल होंगी। दरअसल, साल 2020 में अभिनेत्री कंगना रनौत ने गीतकार जावेद अख़्तर को लेकर विवादित बयान दिया था। जिससे नाराज़ होकर जावेद अख़्तर ने कंगना के ऊपर उनकी छवि खराब करने और उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने का आरोप लगाया, और उन्होंने कंगना के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया। उसके बाद अँधेरी की मेट्रोपोलिटिन कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई। गीतकार जावेद अख़्तर ने कहा की साल 2020 में सुशांत सिंह की मौत के बाद कंगना ने जबरदस्ती उनका नाम किसी ‘ग्रुप’ के साथ घसीटा था।
कंगना ने भी किया पलटवार
हालांकि, जावेद अख्तर के इस मुकदमा दायर करने के बाद कंगना ने भी पलटवार करते हुए जावेद अख्तर के खिलाफ एक याचिका दायर की जिसमें उन्होंने, उनके ऊपर जबरन वसूली, निजता का हनन, जैसी कई गंभीर आरोप लगाए, साथ ही मानहानि केस को दूसरी कोर्ट में ट्रांसफर करने की अपील की। उनके मुताबिक इस कोर्ट में मजिस्ट्रेट निष्पक्ष नहीं थे, लेकिन बाद में कोर्ट ने कंगना के इस याचिका को खारिज कर दिया। आपको बता दें, कंगना इस केस की सुनवाई में ज़्यादातर नहीं पहुंची हैं, ऐसे में उनको कोर्ट से कई बार फटकार भी लग चुकी है।