Jharkhand Trikut Ropeway Accident Rescue Updates: झारखंड: देवघर में हुए रोपवे हादसे में ट्रालियों में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए ‘रेस्क्यू ऑपरेशन’ चलाया जा रहा है। झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे पर ITBP के PRO विवेक पांडे ने बताया कि, 12 ट्रालियों में 48 लोगों के फंसे होने की हमें सूचना मिली थी। थोड़ी देर पहले 60 फीट नीचे वाली ट्राली से 4 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। एक अन्य ट्राली से भी 4 लोगों को निकाला है। कुल 8 लोग निकाले गए हैं। बाकी के 40 लोगों को निकालने के लिए ऑपरेशन जारी है। उन्हें खाना भी पहुंचाया जा रहा है। सेना, NDRF, वायु सेना, स्थानीय पुलिस और प्रशासन के द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है। आज देर शाम तक शायद हम सभी लोगों को सुरक्षित ट्रालियों से बाहल निकाल दें।
झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में कहा कि NDRF, भारतीय वायुसेना और गरुड कमांडो के द्वारा सहायता ली जा रही है। जिन्होंने उस रोपवे को बनाया था उनकी टीम भी वहां पहुंच गई है। बचाव के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। चीज़ों पर हम लोगों की नज़र हैं। झारखंड के देवघर जिले में बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पास त्रिकूट पहाड़ियों पर रविवार को रोपवे में कुछ केबल कारों के आपस में टकरा जाने से 1 पर्यटक की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं।
हेलिकॉप्टर की पंखी की तेज हवा के कारण ट्राली हिलने से रेस्क्यू में आ रही परेशानी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही सेना का हेलिकॉप्टर फंसे लोगों को रेस्क्यू करने पहुंच रहा है तो हेलिकॉप्टर की पंखी की तेज हवा के कारण ट्राली हिलने लग रही हैं और उनमें सवार लोगों की जान पर बन आ रही है। ऊपर फंसे लोगों को ड्रोन के माध्यम से खाना और पानी दिया जा रहा है। ट्रालियां में छोटे बच्चे, पुरूष और कुछ महिलाएं फंसी हैं। इसके साथ ही गाइड और फोटोग्राफर भी फंसे हैं।
रोप-वे चलाने वाली एजेंसी होगी ब्लैक लिस्टेड
झारखंड के देवघर में त्रिकूट पहाड़ पर रामनवमी को लेकर पूजा करने और घूमने के लिए सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। यहां राहत बचाव ऑपरेशन में 2 हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं। केबिन जमीन से करीब 2500 फीट की ऊंचाई पर है। लिहाजा ऑपरेशन शुरू करने से पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतजार किए जा रहे हैं। झारखंड के पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि रोप-वे का संचालन कर रही दामोदर वैली कार्पोरेशन को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा।
घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई?
एक अधिकारी ने कहा कि प्रथमदृष्टया ऐसा लगता है कि यह घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई, जिसके परिणामस्वरूप केबल कारों की टक्कर हुई। हालांकि हादसे के सटीक कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम को बचाव अभियान के लिए मौके पर तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग भी बचाव अभियान में एनडीआरएफ की मदद कर रहे हैं। उपायुक्त ने लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील करते हुए कहा, ”स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। कुछ लोग अभी भी रोपवे में केबल कारों में फंसे हुए हैं और उन्हें बचाया जा रहा है। सभी पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है।”