गृह मंत्रालय ने एसएसबी के डायरेक्टर जनरल दलजीत सिंह चौधरी को बीएसएफ की कमान सौंपी गई है। गृह मंत्रालय ने चौधरी को अगले आदेश तक के लिए ये कार्यभार सौंपा है। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के डीजी नितिन अग्रवाल और उनके डिप्टी डीजी वाईबी खुरानिया को पद से हटा दिया है। सरकार के आदेश के मुताबिक दोनों को उनके मूल राज्य कैडर में वापस भेज दिया गया है।
1990 बैच के आईपीएस हैं चौधरी
आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह अब बीएसएफ डीजी के पद पर कार्य करेंगे। इसी साल जनवरी में उन्हें एसएसबी के महानिदेशक के पद पर तैनात किया गया था। केंद्र सरकार ने 19 जनवरी 2024 को ही उन्हें एसएसबी के महानिदेशक के पद पर नियुक्त किया था। एसएसबी डीजी से पहले वह सीआरपीएफ के विदेश महानिदेशक के पद पर कार्यरत थे। दलजीत सिंह चौधरी 1990 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं।
आतंकी घटनाएं बढ़ने के दौरान दो-दो ट्रांसफर
आईपीएस कैडर के दो अफसरों को वापस राज्य कैडर में भेजने का निर्णय गृहमंत्रालय ने ऐसे समय में लिया जबकि जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। कश्मीर के डोडा, कठुआ, पुंछ, रियासी आदि इलाकों में आतंकियों की ओर से लगातार गोलीबारी और हमले किए जा रहे हैं। इस साल राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, कठुआ और डोडा जिले में 22 लोगों की मौत हुई है। इनमें 12 सुरक्षाबलों के जवान भी शामिल हैं। हालांकि बीएसएफ ने आंतंकियों ने घुसपैठ की बात से इनकार किया है।
दलजीत सिंह के सीनियर हैं नितिन अग्रवाल
बीएसएफ के डीजी के पद पर तैनात किए गए दलजीत सिंह चौधरी पूर्व डीजी के जूनियर हैं। नितिन अग्रवाल 1989 बैच के आईपीएस हैं जबकि दलजीत सिंह 1990 बैच के अधिकारी हैं। इस लिहाज से अग्रवाल एक साल सीनियर हैं दलजीत सिंह से। नितिन अग्रवाल ने शनिवार को दलजीत को अपना कार्यभार सौंपा है।