आज पूरी दुनिया में विश्व सिविल एविएशन डे मनाया जा रहा है। दुनियाभर में सामाजिक,आर्थिक विकास के लिए नागरिक उड्डयन के महत्व को रेखांकित करते हुए साल 2013 से यह दिवस हर वर्ष मनाया जा रहा है। पिछले दो सालों में कोरोना के चलते बहुत कुछ बदला। किसी सेक्टर को नुकसान हुआ तो किसी को फायदा, लेकिन सबसे ज्यादा कोई स्केटर इससे प्रभावित हुआ तो वो था एविएशन सेक्टर।
पहले लोग धड़ल्ले से दुनियाभर में ट्रैवल करते थे, लेकिन कोरोना के चलते इसपर रोक लग गई जिसके कारण जहां 4.5 अरब लोग सालाना ट्रैवल करते थे, वहीं अब यह आंकड़ा 1.8 अरब पर सिमट गया है। अगर आंकड़ों की तरफ देखा जाए तो एविएशन सेक्टर को 2 साल में 2.7 गुना का घाटा हो चुका है।
कोरोनाकाल से पहले एविएशन सेक्टर का ग्लोबल एनुअली टर्नओवर 581 अरब डॉलर का था जो 2020 में घटकर 189 अरब डॉलर रह गया है। कुल मिलाकर कोरोनाकाल से अब तक एविएशन सेक्टर को 370 अरब डॉलर का घाटा हो चुका है।
दुनियाभर में साल 2021 में 43.5 परसेंट तक फ्लाइट फ्रीक्वेंसी प्रभावित हुई। अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2021 में दुनियाभर के एयरपोर्ट्स को 111.4 अरब डॉलर्स का घाटा हो सकता है।