राजस्थान के कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुरुवार को एक चिट्ठी लिखी है। विधायक ने प्रधानमंत्री को सुझाव दिया है कि 500 और 2000 रुपए के नोटों पर छपा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का चित्र हटाया दिया जाए। उन्होंने आरोप लगाया है कि इनका उपयोग भ्रष्टाचार में हो रहा है। राजस्थान में भ्रष्टाचार के मामलों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए राज्य में सत्तारूढ़ दल के विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने कहा कि जनवरी 2019 से लेकर 31 दिसंबर, 2020 तक भ्रष्टाचार के 616 मामले दर्ज किए गए, इसके अनुसार रोजाना औसतन दो मामले दर्ज किए गए।
महात्मा गांधी के 152वें जन्मदिवस पर दो अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में उन्होंने नोटों पर छपी महात्मा गांधी की तस्वीर को हटाने का अनुरोध किया है। सांगोड से विधायक ने कहा कि महात्मा गांधी की तस्वीर को सिर्फ पांच, 10, 20, 50, 100 और 200 रुपये के नोटों पर रहने देना चाहिए क्योंकि उनका उपयोग बड़े पैमाने पर गरीब लोग करते हैं और महात्मा गांधी ने अपने पूरे जीवन काल में सिर्फ वंचितों के लिए काम किया है।
कुंदनपुर ने पत्र में कहा है, ‘‘मेरी सलाह है कि 500 और 2,000 रुपये के नोटों पर सिर्फ महात्मा गांधी के चश्मों की तस्वीर रखी जा सकती है। इसकी जगह अशोक चक्र का भी उपयोग किया जा सकता है।’’ कांग्रेस विधायक ने कहा कि पिछले साढ़े सात दशकों में भ्रष्टाचार पूरे देश में फैल गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘महात्मा गांधी सत्य के प्रतीक हैं और गांधी की तस्वीर 500 तथा 2,000 रुपये के नोटों पर छपी हुई है जिनका सामान्य तौर पर भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में उपयोग होता है।’’ उन्होंने कहा कि ज्यादा कीमत वाले नोटों का इस्तेमाल बार में भी होता है जिससे गांधी का अपमान हो रहा है। साथ ही फोटो के नीचे ना खाऊंगा ना खाने दूंगा लिखने को कहा।