केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Union Defence Minister Rajnath Singh) ने सेना को एक शॉर्ट नोटिस पर जवाब देने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है, राजनाथ सिंह वायु सेना मुख्यालय में दूसरे द्विवार्षिक भारतीय वायु सेना (Indian Air Force)(IAF) कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सिंह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब सीमावर्ती इलाकों में हालात तनावपूर्ण हैं। इसके अलावा रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय वायुसेना की किसी भी स्थिति में भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि एलसीए एमके 1ए (LCA Mk 1A) और सी-295 ( C-295) स्वदेशी एयरोस्पेस क्षेत्र में नए अवसर खोलेंगे। रक्षा मंत्री ने कमांडरों को अनिश्चितता के बीच निश्चितता सुनिश्चित करने के विषय पर व्यवहार्य समाधान विकसित करने के लिए मंथन करने का भी निर्देश दिया है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों को किसी भी आकस्मिकता के लिए एक शॉर्ट नोटिस पर जवाब देने के लिए तैयार रहने की जरूरत है। इस बीच भारतीय वायु सेना के शीर्ष अधिकारियों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा शुरू कर दी है, क्योंकि सैन्य गतिरोध और चीन के साथ तनाव बताया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, कमांडरों के सम्मेलन के दौरान चीन (China borders) और पाकिस्तान (Pakistan) के साथ सीमा पर स्थिति पर चर्चा करने के लिए IAF के शीर्ष अधिकारी 10 नवंबर से तीन दिनों तक बैठकें कर रहे हैं। सम्मेलन की अध्यक्षता एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी कर रहे हैं। वी.आर. चौधरी ने (Air Chief Marshal VR Chaudhari) इसी 1 अक्टूबर को पदभार ग्रहण किया है। भारतीय सेना और वायु सेना द्वारा संयुक्त-प्रमुख हवाई अभ्यास करने के तुरंत बाद शीर्ष कमांडरों की बैठक हो रही है। बता दें, हाई-प्रोफाइल अभ्यास लद्दाख में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में विशेष बलों और हवाई सैनिकों द्वारा किया गया था।