जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने रविवार को घाटी में आतंकियों द्वारा की जा रहीं स्थानीय नागरिकों की हत्याओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर में ‘टारगेट किलिंग’ (targeted killings) को साजिश करार दिया है। पूर्व सीएम अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीरी इन हत्याओं का हिस्सा नहीं हैं। इसी के साथ ही फारूक अब्दुल्ला ने यह भी वकालत की कि भारत को पाकिस्तान (Pakistan) के साथ बातचीत करनी चाहिए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘घटना (नागरिकों की हत्या) निंदनीय है। साजिश रची जा रही है। कश्मीरी इन हत्याओं का हिस्सा नहीं हैं। कश्मीर को बदनाम किया जा रहा है।’
वहीं एनएसए-स्तरीय वार्ता में भारत द्वारा पाकिस्तान को आमंत्रित किए जाने पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘दोस्ती चीजों को हल करने का सबसे अच्छा तरीका है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत हों और लोग आराम से रह सकें।’ बता दें कि भारत ने नवंबर में दिल्ली में अफगानिस्तान पर एक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की व्यक्तिगत संवाद आयोजित करने का प्रस्ताव रखा है। बैठक में चीन, रूस और पाकिस्तान सहित क्षेत्र के प्रमुख हितधारकों को आमंत्रित किया गया है।
उधर, रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क से बात करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता कविंदर गुप्ता ने ‘टारगेट किलिंग’ को उन लोगों की साजिश बताया, जो कश्मीर पंडितों को केंद्र शासित प्रदेश में बसना नहीं चाहते हैं। कविंद्र गुप्ता ने कहा, ‘यह कश्मीर पंडितों को फिर से बसाने के सरकार के प्रयास को अस्थिर करने का एक प्रयास है। इन घटनाओं में शामिल सभी को दंडित किया जाएगा।’
कश्मीर में टारगेट किलिंग
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ हफ्तों से कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा कश्मीरी पंडितों, गैर-स्थानीय लोगों और नागरिकों पर हमला किया जा रहा है। 5 अक्टूबर को, एक प्रमुख कश्मीर पंडित, माखन लाल बिंदरू की श्रीनगर में उनकी फार्मेसी के बाहर हत्या कर दी गई थी। बीते दिन ही श्रीनगर में एक गैर-स्थानीय वेंडर और बांदीपोरा जिले में एक नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इन हमलों के 36 घंटे के भीतर ही श्रीनगर के ईदगाह संगम दानीमार में दो शिक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
शनिवार को भी दो गैर स्थानीय मजदूरों की अलग-अलग घटनाओं में आतंकियों ने हत्या कर दी। श्रीनगर के ईदगाह इलाके के पास आतंकवादियों ने गोल-गप्पे विक्रेता अरविंद कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। एक अन्य गैर-स्थानीय बढ़ई सगीर अहमद पर आतंकियों द्वारा पुलवामा में हमला किया गया, जिसकी बात में मौत हो गई।