एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को ‘जेड प्लस’ की सुरक्षा दी गई है। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद बुधवार सुबह ओडिशा स्थिति अर्धसैनिक बल के करीब 14-16 जवानों की एक टुकड़ी ने सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल ली। मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राजग की ओर से राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की थी। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे। बताया गया कि इस घोषणा के तुरंत बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ को मुर्मू की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के लिए ‘वीआईपी’ सुरक्षा दल को तैनात करने का निर्देश दिया था।
राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर खतरे का था अंदेशा
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार को लेकर खतरे का अंदेशा होने संबंधी रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद, गृह मंत्रालय ने यह फैसला किया। ओडिशा स्थित अर्धसैनिक बल के करीब 14-16 जवानों की एक टुकड़ी ने मुर्मू की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली है। वे राज्य या देश में कहीं भी यात्रा के दौरान उनके साथ रहेंगे। सुरक्षाकर्मी ओडिशा के रायरंगपुर स्थित मुर्मू के आवास की भी सुरक्षा करेंगे। अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन मांगने विधायकों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मिलने के लिए मुर्मू के अगले एक महीने में कई यात्राएं करने की उम्मीद है।
z+ सुरक्षा कैसे होती है?
जिस VVIP को जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी जाती है, उनके चारो तरफ कड़ा सुरक्षा का पहरा होता है। जानकारी के मुताबिक 58 कमांडो z+ कैटेगरी की सुरक्षा में तैनात होते हैं। 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड, 6 PSO एक समय में राउंड द क्लॉक, 24 जवान, 2 एस्कॉर्ट में राउंड द क्लॉक, 5 वाचर्स दो शिफ्ट में रहते हैं। एक इंस्पेक्टर या सब इंस्पेक्टर इंचार्ज के तौर पर तैनात रहते हैं और उसके साथ ही राउंड द क्लॉक ट्रेंड 6 ड्राइवर होते हैं।