लखनऊ: केंद्रीय शिक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के विधानसभा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) की एक होर्डिंग्स को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पार्टी की ‘लाल टोपी’ पर तीखा प्रहार किया और कहा कि ‘सही कह रहे हैं अखिलेश जी, ताल ठोकना, गुंडागर्दी और आतंक ही ‘रेड अलर्ट’ वालों की पहचान है।’
केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, ‘सही कह रहे हैं अखिलेश जी, ताल ठोकना, गुंडागर्दी और आतंक ही रेड अलर्ट वालों की पहचान है। भाजपा नेतृत्व तो विनम्रता से जन विश्वास प्राप्त करने यात्रा पर निकला है।’ इस ट्वीट में प्रधान ने अखिलेश यादव की पीठ की तरफ से ली गई एक तस्वीर के साथ पोस्टर भी संलग्न किया है जिसमें कहा गया है ‘गुंडे-माफिया हैं तुम्हारी पहचान। जनता को तुमने किया था बदहाल। जनता करेगी लाल टोपी का बुरा हाल। लाल टोपी वालों से सावधान।’
उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘योगी जी के राज में ताल ठोक कर रेड अलर्ट करने वाले असामाजिक तत्व पीठ दिखाकर ही भाग रहे हैं, मुझे लगता है कि रेड अलर्ट वालों को इत्र की दुर्गंध ने ऐसा शर्मसार किया है कि उन्हें चेहरा दिखाने में भी शर्म आ रही है।’ उल्लेखनीय है कि नव वर्ष पर समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह ‘साजन’ की तरफ से एक होर्डिंग लगाई गई है जिसमें सपा प्रमुख की पीठ की तरफ से ली गई तस्वीर है और यह नारा दिया गया है ‘नया साल, ठोको ताल, पहचान अपनी, टोपी लाल।’ प्रधान ने इसी होर्डिंग को लेकर तंज किया है।
इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर की शुरुआत में गोरखपुर में एक जनसभा में कहा था, ‘लाल टोपी उप्र के लिए रेड अलर्ट हैं, खतरे की घंटी है, लाल टोपी वालों को सत्ता घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने और माफियाओं को खुली छूट देने के लिए चाहिए।’ सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लाल टोपी पर मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था ‘लाल रंग भावनाओं का रंग है और यह भाजपा नहीं समझ सकती है, भाजपा उप्र से जा रही है, उप्र में बदलाव होने जा रहा है।’
इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने लाल टोपी वालों को गुंडा और माफिया करार दिया है।