राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में रविवार रात से जारी बारिश के कारण दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में जलभराव हो गया है। इससे जगह-जगह भारी जाम लग रहा है, जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं लगातार हो रहे बारिश ने ठंड बढ़ा दी जिसने सोमवार सुबह शॉल, कंबल निकालने पर मजबूर कर दिया। हालांकि कुछ लोगों ने फुल शर्ट पहनकर ठंडक को इंजॉय किया। पूरे दिन यही हाल रहा। अक्टूबर के महीने में हुई बारिश ने रेकॉर्ड भी बना दिया है।
राष्ट्रीय राजधानी में इस साल अक्टूबर का महीना 1960 में हुई 93.4 मिमी की बारिश के बाद से सबसे ज्यादा बारिश वाला रहा। इस साल शहर में अक्टूबर महीने में अब तक 94.6 मिमी की बारिश दर्ज की जा चुकी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में अक्टूबर के महीने में 1910 में 185.9 मिमी बारिश, 1954 में 238.2 मिमी बारिश, 1956 में 236.2 मिमी बारिश और 1960 में 93.4 मिमी की बारिश हुई।
यहां 2004 में अक्टूबर में 89 मिमी बारिश हुई थी। आंकड़ों के अनुसार रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में 87.9 मिमी बारिश हुई, जो कि एक दिन में हुई बारिश के मामले में चौथा रिकॉर्ड है। दिल्ली में अक्टूबर में केवल एक दिन में 1910 में 152.4 मिमी, 1954 में 172.7 मिमी, 1956 में 111 मिमी बारिश हुई। बारिश से साफ हवा भी नसीब हुई। सोमवार को पूरे साल का सबसे साफ दिन रहा और AQI महज़ 46 रही।
सोमवार को भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में जलजमाव और यातायात की समस्या पैदा हो गई। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सोमवार को ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की। इसमें जानकारी दी कि पुल प्रहलादपुर अंडरपास पर जलभराव के कारण एमबी रोड को बंद कर दिया गया है। इस बीच गाजीपुर फल और सब्जी मंडी भी रातभर हुई बारिश के कारण जलमग्न हो गई।