दिल्ली शराब घोटाले मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। केजरीवाल को अब किसी से फेस टू फेस मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। जेल प्रशासन ने सख्त नियमों के अतंर्गत अब सिर्फ उन्हें विंडो बॉक्स के जरिए मिलने की परमीशन दी है। आप नेताओं के अलावा पत्नी सुनीता केजरीवाल को भी जेल प्रशासन की ओर से फेस टू फेस मिलने की इजाजत नहीं दी है। इस सख्ती से आप नेताओं में काफी नाराजगी है।
आप नेताओं ने कहा, ये सिर्फ प्रताड़ना और कुछ नहीं
आप नेताओं ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के साथ बहुत गलत किया जा रहा है। उनके खिलाफ झूठा केस चलाकर लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें ईडी ने केंद्र के इशारे पर अपने जाल में फंसाकर जेल में डाल दिया है। उनके खिलाफ अब तक कोई ठोस सबूत तक ईडी नहीं ला सकी है। ऐसे में साफ है कि इरादा किसी शराब घोटाले की जांच पड़ताल का नहीं, बल्कि केजरीवाल को प्रताड़ित करना और चुनाव की तैयारियों में बाधा डालना है।
पत्नी सुनीता को भी नहीं मिलने दे रहे
आप नेताओं का कहना है कि केजरीवाल की तबीयत भी अब ठीक नहीं रहती है। वह पूरी तरह से स्वस्थ भी नहीं हैं, इसके बाद भी जेल प्रशासन उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल तक को उनसे मिलने नहीं दे रहा है। यह तो तो तानाशाही की पराकाष्ठा है। जेल प्रशासन और केंद्र की ओर से केजरीवाल को मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया जा रहा है।
जेल प्रशासन सुरक्षा कारणों को बता रहा वजह
जेल प्रशासन ने पिछले सप्ताह भगवंत मान और संजय सिंह को मीटिंग फिक्स होने के बाद भी नहीं मिलने दिया था। जेल प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से केजरीवाल को किसी से मिलने नहीं देनी की वजह बताई थी।